पाकिस्तान की हार से बहुत आहत हुए, इसलिये मैंने संन्यास लेने का फैसला किया: असगर अफगान
पूर्व कप्तान असगर अफगान ने कहा कि उन्होंने मौजूदा टी20 विश्व कप के बीच में ही संन्यास लेने का फैसला इसलिये किया क्योंकि उन्हें और उनके साथी खिलाड़ियों को पिछले मैच में पाकिस्तान से मिली हार से काफी दुख हुआ था।
अबुधाबी। पूर्व कप्तान असगर अफगान ने कहा कि उन्होंने मौजूदा टी20 विश्व कप के बीच में ही संन्यास लेने का फैसला इसलिये किया क्योंकि उन्हें और उनके साथी खिलाड़ियों को पिछले मैच में पाकिस्तान से मिली हार से काफी दुख हुआ था। अफगानिस्तान को सुपर 12 चरण के पिछले मैच में पाकिस्तान से पांच विकेट से हार मिली थी जिसमें आसिफ अली ने 19वें ओवर में चार छक्के जड़कर अपनी टीम को जीत दिलायी थी।
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पाकिस्तान को अंतिम दो ओवर में जीत के लिये 24 रन चाहिए थे। इस मैच को 24 घंटे भी नहीं हुए थे कि अफगान ने नामीबिया के खिलाफ मैच के बाद संन्यास लेने के फैसले की घोषणा कर दी। बतौर कप्तान उनके नाम सबसे ज्यादा टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में जीत दिलाने का रिकार्ड है। अफगानिस्तान की 115 मैचों में अगुआई करने वाले अफगान ने नामीबिया के खिलाफ पहली पारी खत्म होने के बाद अपने आंसू पोंछते हुए कहा, ‘‘पिछले मैच में हम काफी आहत हो गये थे इसलिये मैंने संन्यास लेने का फैसला किया। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘काफी सारी यादे हैं, यह मेरे लिये मुश्किल था। लेकिन मुझे संन्यास लेना था। ’’ तैंतीस साल के इस खिलाड़ी ने छह टेस्ट, 114 वनडे और 75 टी20 अंतरराष्ट्रीय (नामीबिया के खिलाफ मैच को मिलाकर) मैच खेले हैं। उन्होंने सभी प्रारूपों में 4246 रन बनाये हैं।
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अफगान ने रविवार को नामीबिया के खिलाफ 23 गेंद में 31 रन बनाये। उन्होंने कहा, ‘‘मैं युवाओं को मौका देना चाहता हूं। मुझे लगता है कि इसके लिये यह अच्छा मौका है। काफी लोग मुझसे पूछ रहे हैं कि अभी क्यों लेकिन यह ऐसी चीज है जिसका मैं जवाब नहीं दे सकता। ’’ आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) ने अफगान को शानदार करियर के लिये बधाई दी जिसमें उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने देश को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका अदा की है। अफगानिस्तान ने आईसीसी के जिन सात बड़े टूर्नामेंट में भाग लिया है, उन सभी में यह बल्लेबाज टीम का हिस्सा रहा है।
आईसीसी के कार्यवाहक मुख्य कार्यकारी ज्योफ अलार्डिस ने कहा, ‘‘असगर खेल का शानदार दूत रहा है और उसने अफगानिस्तान के विश्व क्रिकेट में आगे बढ़ने में अहम भूमिका निभायी है। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘आईसीसी की ओर से मैं उन्हें भविष्य के लिये शुभकामनायें देता हूं और उम्मीद करता हूं कि वह आने वाले दिनों में खेल से जुड़े रहेंगे। ’’ अफगान ने 2018 में भारत के खिलाफ अपने पहले टेस्ट मैच में टीम की कप्तानी की थी। अफगानिस्तान की टीम तीन नवंबर को भारत से भिड़ेगी और फिर सात नवंबर को न्यूजीलैंड के सामने होगी।
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