जय शाह की एक कॉल.. फ्लॉप हो गई पाकिस्तान की 'नापाक' हरकत, ICC भी हो गया मजबूर
आईसीसी ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चैंपियंस ट्रॉफी को विवादित पीओके के दौरे पर ले जाने के कदम पर बीसीसीआई की कड़ी आपत्ति के बाद इस पर रोक लगा दी। ये टूर्नामेंट पिछली बार 2017 में खेला गया था और अब तक अधर में लटका हुआ है।
चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर विवाद धम नहीं रहा है। हाल ही में आईसीसी ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चैंपियंस ट्रॉफी को विवादित पीओके के दौरे पर ले जाने के कदम पर बीसीसीआई की कड़ी आपत्ति के बाद इस पर रोक लगा दी। ये टूर्नामेंट पिछली बार 2017 में खेला गया था और अब तक अधर में लटका हुआ है। दरअसल, बीसीसीआई भारतीय टीम को पाकिस्तान भेजने से इनकार कर चुकी है। वहीं पाकिस्तान बोर्ड ने बीसीसीआई के दुबई मं अपने मैच खेलने के प्रस्तावित हाइब्रिड मॉडल को खारिज कर दिया है।
वहीं कहा जा रहा है कि, बीसीसीआई सचिव जय शाह ने शुक्रवार को आईसीसी के टॉप अधिकारियों से बात की और पाकिस्तान के इस कदम की निंदा की। इस घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले बीीसीआी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर पीटीआई को बताया कि, भारतीय बोर्ड के सचिव ने आईसीसी को फोन किया और पीओके के अंतर्गत आने वाले कई शहरों में ट्रॉफी का दौर कराने के पीसीबी के कदम की कड़ी आलोचना की। साथ ही उन्होंने आईसीसी से सख्त कार्रवाई करने को भी कहा।
ट्रॉफी का दौरान आईसीसी के प्रचार अभियान का हिस्सा है जिसमें अंतर्राष्ट्रीय संस्था और मेजबान देश के बीच चर्चा के अनुसार कई शहरों का दौरा शामिल होता है। हालांकि, पीसीबी ने सभी हितधारकों से पहले परामर्श किए बिना अपने आधिकारिक सोशल मीडिया पर इसकी घोषणा कर दी थी।
जब आईसीसी के एक सदस्य से संपर्क किया गया तो उन्होंने पीटीआई को बताया कि, ट्रॉफी दोरे पर चर्चा अभी भी जारी है। मुझे नहीं पता कि पीसीबी ने इन चार शहरों के बारे में सभी को जानकारी दी थी या नहीं। लेकिन अगर नहीं तो ये निश्चित रूप से सही नहीं था। मुझे लगता है कि आईसीसी पीसीबी को किसी विवादित क्षेत्र में ट्रॉफी ले जाने की अनुमति देगा। लेकिन पीसीबी के एक अधिकारी ने सूत्र से कहा कि ट्रॉफी दौरे की योजना आईसीसी से सलाह मशविरा करके और उसकी मंजूरी से बनाई गई थी और ये पाकिस्तान बोर्ड का एकतरफा फैसला नहीं था।
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