IAS-IPS बनने के लिए कितनी देर पढ़ना जरूरी? जानें एग्जाम क्लियर करने की महत्वपूर्ण टिप्स
सिविल सेवा परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षा है। हर साल हजारों उम्मीदवार परीक्षा को पास करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं।इसके लिए केवल तैयारी की आवश्यकता नहीं होती है। इस परीक्षा के लिए तैयारी के साथ-साथ सही रणनीति की भी जरूरत होती है। आज हम आपको UPSC की तैयारी करने के लिए कुछ खास टिप्स देंगे।
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) हर साल IAS, IPS, IRS और कई सरकारी विभागों के ग्रेड A व B पदों पर भर्तियां करता है। सिविल सेवा परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षा है। इसके लिए केवल तैयारी की आवश्यकता नहीं होती है। इस परीक्षा के लिए तैयारी के साथ-साथ सही रणनीति की भी जरूरत होती है। एक अच्छी रणनीति परीक्षा में आपकी सफलता निश्चित कर सकती है। UPSC सिविल सेवा परीक्षा में 3 चरण होते हैं: प्रारंभिक परीक्षा (उद्देश्य), मुख्य परीक्षा (लिखित) और साक्षात्कार (व्यक्तित्व परीक्षण)। हर साल, हजारों उम्मीदवार परीक्षा को पास करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं। आज के इस लेख में हम आपको UPSC की तैयारी करने के लिए कुछ खास टिप्स देंगे -
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6 से 7 घंटे पढ़ाई करें
अगर आप नौकरी करते हैं तो ऐसे में दिनभर की थकान की वजह से एक साथ 5 से 6 घंटे पढ़ पाना मुश्किल होता है। ऐसे में यूपीएससी की तैयारी के लिए पढ़ाई को दो हिस्सों में बांट लें। आप सुबह 2 से 3 घंटे पढ़ाई करें और बाकी पढ़ाई शाम को पूरी करें।
पढ़ाई के बीच ब्रेक लेना जरूरी
पढ़ाई के बीच में ब्रेक लेना जरूरी होता है। फिर 25 मिनट की पढ़ाई के बाद आपको पांच मिनट का ब्रेक लेना चाहिए। इससे आपको थकान नहीं होगी और ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलेगी। वीकेंड पर आप 8 से 10 घंटे तक पढ़ सकते हैं।
ऑफिस और पर्सनल टाइम के बीच बैलेंस
अगर आप यूपीएससी की तैयारी करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको नौकरी छोड़ने की जरूरत नहीं है। आपको बस अपने ऑफिस और पर्सनल टाइम के बीच बैलेंस बनाना होगा। इससे आप नौकरी के साथ यूपीएससी की अच्छी तैयारी कर सकेंगे।
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9 से 10 महीने का प्लान बनाएं
यूपीएससी प्रीलिम्स परीक्षा की तैयारी के लिए आपको कम से कम 9 से 10 महीने का प्लान बनाना होगा। इस दौरान आप अपने मुख्य विषयों जैसे इतिहास, राजनीति और अर्थशास्त्र को मजबूत करने पर ध्यान दें। पहले की छह महीनों के लिए प्रीलिम्स और मेंस दोनों परीक्षाओं को ध्यान में रखकर पढ़ाई करें।
पैटर्न का अध्ययन करें
उम्मीदवारों को पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों को जरूर देखना चाहिए। यह प्रश्नों के प्रकार को निर्धारित करने में मदद करता है, और तैयारी के लिए उपयुक्त स्टडी मटेरियल चुनने में मदद करता है। पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों के विश्लेषण से पाठ्यक्रम को बेहतर तरीके से समझने में मदद मिलती है और उन क्षेत्रों की पहचान करने में मदद मिलती है जिनसे अधिक प्रश्न पूछे गए हैं। उम्मीदवारों के लिए अभ्यास परीक्षण काम में आते हैं। ये परीक्षण न केवल मुख्य परीक्षा की तैयारी में सभी उम्मीदवारों की मदद करते हैं, बल्कि टाइम मैनेजमेंट सीखने में भी मदद करते हैं। दैनिक आधार पर लिखने का अभ्यास करें। एक अखबार या पाठ्यक्रम के एक विषय से एक संपादकीय उठाएं, और उस पर एक प्रश्न फ्रेम करें और उसका उत्तर लिखें।
- प्रिया मिश्रा
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