इतिहास में है रूचि तो बनाएं आर्कियोलॉजी में अपना कॅरियर, संभावनाएं अपार हैं
आर्कियोलॉजिस्ट का काम भौतिक अवशेषों के माध्यम से प्राचीन या हाल के मानव अतीत का अध्ययन है। आर्कियोलॉजिस्ट, ऐतिहासिक वस्तुओं और सभ्यताओं की खोज से लेकर संग्रहालयों के संरक्षण का काम भी करते हैं।
एक आर्कियोलॉजिस्ट का काम भौतिक अवशेषों के माध्यम से प्राचीन या हाल के मानव अतीत का अध्ययन है। आर्कियोलॉजिस्ट, ऐतिहासिक वस्तुओं और सभ्यताओं की खोज से लेकर संग्रहालयों के संरक्षण का काम भी करते हैं। ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों की खोज व संरक्षण, म्यूजियम्स, आर्ट गैलरीज को देखते हुए आर्कियोलॉजी के क्षेत्र में भी कॅरियर की बहुत संभावनाएं हैं।
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योग्यता
किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से किसी भी स्ट्रीम में कक्षा 12 में कम से कम 50% अंक प्राप्त करने वाले ग्रैजुएशन में आर्कियोलॉजी पढ़ सकते हैं।
आर्कियोलॉजी में मास्टर कोर्स करने के लिए आपको यूजी डिग्री में कम से कम 50% अंक प्राप्त करने होंगे। वहीं, कुछ विश्वविद्यालय एमए आर्कियोलॉजी पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं।
कहाँ मिलेगी नौकरी
आवश्यक योग्यता और कौशल प्राप्त करने के बाद आप सरकारी और निजी क्षेत्र में विभिन्न पदों पर अवसर प्राप्त कर सकते हैं। हालांकि, इस क्षेत्र में रोजगार के अवसर निजी के बजाय सरकारी क्षेत्र में अधिक हैं। आर्कियोलॉजी में पढाई करने के बाद आप निम्न संस्थानों में नौकरी पा सकते हैं -
पुरालेखन विभाग
पुरातत्व विभाग
यूनिवर्सिटी
प्राइवेट बिजनेस एजेंसी
ह्यूमन एंड हेल्थ सर्विस ऑर्गेनाइजेशन
आर्कियोलॉजी सर्वे ऑफ इंडिया
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यहां से कर सकते है कोर्स
आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया
बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी
दिल्ली इंस्टीट्यूट ऑफ हेरिटेज रिसर्च एंड मैनेजमेंट
कर्नाटक स्टेट
सैलरी
आर्कियोलॉजी फील्ड में आपको शुरूआती सैलरी लगभग 25 हजार रुपये मिलती है। उसके बाद अनुभव के आधार पर सैलरी बढ़ती है। अच्छा अनुभव प्राप्त करने के बाद आप 50-80 हजार रूपए प्रति माह कमा सकते हैं।
- प्रिया मिश्रा
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