Zoom ऐप का चीन से नहीं कोई कनेक्शन, ऐप से सबंधित सारी कमियां हुई ठीक
महामारी के दौरान तेजी से जूम ऐप के पॉपलर होने के बावजूद इस ऐप को काफी आलोचनाओं का भी सामाना करना पड़ रहा है।बता दें कि सोशल मिडिया में इस ऐप कोलोग चाइनीज ऐप का नाम दे रहे हैवहीं इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम ने भी बताया कि जूम के यूजर्स को साइबर अटैक का सामना करना पड़ सकता है।
कोरोना महामारी के बीच अब सबकुछ डिजिटल हो गया है यहां तक की ऑफिस की मिटिंग भी अब विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किए जा रहे है। हर सेक्टर में विडियो कॉन्फ्रेंसिंग की डिमांड तेजी से बढ़ने के कारण अब देश में जूम ऐप भी काफी पॉपलर होता जा रहा है। जूम ऐप के जरिए अब ऑफिस के मिटिंग के साथ-साथ स्कूल की ऑनलाइन क्लासेज भी कराए जा रहे है। इम महामारी के दौरान तेजी से जूम ऐप के पॉपलर होने के बावजूद इस ऐप को काफी आलोचनाओं का भी सामाना करना पड़ रहा है। बता दें कि सोशल मिडिया में इस ऐप को लोग चाइनीज ऐप का नाम दे रहे है वहीं इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT) ने भी बताया कि जूम के यूजर्स को साइबर अटैक का सामना करना पड़ सकता है। इन सब के बाद भी जूम ऐप देश में काफी तेजी से पॉपलर हो रहा है और इसकी मार्केट में भी मांग तेजी से बढ़ रही है।
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एक हिंदी अखबार से बातचीत के दौरान जूम के इंडिया हेड समीर राजे ने इन सभी अटकलों को खारिज करते हुए बताया कि इस फिल्ड में 10 साल से है और इस महामारी के बीच आम आदमी को जूम ऐप के बारे में पता चला जिससे उनके काम भी अब काफी आसान हो गए है। राजे ने कहा कि जूम ऐप को लेकर लोगों के अदंर काफी मिस-इन्फर्मेशन है। पहला यह कि लोगों को लगता है कि यह ऐप चाइनीज है जोकि बिल्कुल गलत है, जूम ऐप एक अमेरिकन कंपनी है और इसके दो डेटा सेंटर भारत में भी है पहला- मुबंई और दूसरा हैदराबाद। जूम को लेकर यह भी अफवाह है कि इसका सारा डेटा चीन भेजा जाता है। इसको लेकर राजे ने कहा कि ऐसा बिल्कुल नहीं है, जूम के डेटा का चीन से कोई लेना-देना नहीं हैं। इस ऐप को इस्तेमाल करने वाले यूजर्स का नाम, ई-मेल फोन नंबर और बिलिंग डिटेल्स सिर्फ कपंनी के पास होती है और इस ऐप के जरिए यूजर्स को रिकॉर्डिंग को अपनी डिवाइस में सेव करने का भी ऑप्शन दिया जाता है।समीर ने बताया कि कंपनी ने डेटा सेंटर को लेकर भी प्रोटोकॉल तैयार किया है। समीर ने कहा कि इंडिया हेड होने के बावजूद मैं खुद उस सेंटर में एंट्री नहीं कर सकता हुं। उन्होंने कहा कि किसी भी नए ऐप को शुरूआत में इस्तेमाल करते वक्त दिक्कत आती है।
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बता दें कि पहले भी इस ऐप से संबधित एरर और बग्स की शिकायतें आ चुकी है जिसको लेकर समीर ने कहा कि किसी भी सॉफ्टवेयर में ऐसी दिक्कतें आती ही है। सरकार इन्हें रिपोर्ट भी करती है।जानकारी के मुताबिक इस ऐप में जो भी कमियां थी इसे ठीक कर दी गई है और काफी बदलाव भी किए गए है। अब मार्केट में गूगल मीट और जियो मीट के आने से मार्केट में कॉम्पटिशन भी काफी हद तक बढ़ गया है। बता दें कि जूम की ग्रोथ 100 मिलियन से 300 मिलियन तक बढ़ गई है। जूम ऐप की खासियत यह है कि इस ऐप से लैपटॉप, फोन के अलावा किसी और डिवाअस से भी कन्केट हो सकते है।
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