शेयर बाजार में लगातार दूसरे दिन गिरावट, सेंसेक्स 69.68 अंक और टूटा
वैश्विक बाजारों के नकारात्मक रुख के साथ स्थानीय शेयर बाजारों में बृहस्पतिवार को लगातार दूसरे दिन गिरावट रही और सेंसेक्स 69.68 अंक टूटकर बंद हुआ। अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में 0.75 प्रतिशत की वृद्धि के बाद वैश्विक बाजारों में गिरावट का प्रभाव घरेलू बाजार पर भी पड़ा।
मुंबई। वैश्विक बाजारों के नकारात्मक रुख के साथ स्थानीय शेयर बाजारों में बृहस्पतिवार को लगातार दूसरे दिन गिरावट रही और सेंसेक्स 69.68 अंक टूटकर बंद हुआ। अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में 0.75 प्रतिशत की वृद्धि के बाद वैश्विक बाजारों में गिरावट का प्रभाव घरेलू बाजार पर भी पड़ा। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 69.68 अंक या 0.11 प्रतिशत घटकर 60,836.41 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 420.95 अंक तक गिर गया था। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 30.15 अंक या 0.17 प्रतिशत की गिरावट के साथ 18,052.70 अंक पर आ गया।
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सेंसेक्स की कंपनियों में टेक महिंद्रा के शेयर में सबसे अधिक 2.66 प्रतिशत की गिरावट हुई। पावरग्रिड, एनटीपीसी, इन्फोसिस, विप्रो, एचडीएफसी, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और महिंद्रा एंड महिंद्रा प्रमुख रूप से गिरावट में रहे। दूसरी तरफ भारतीय स्टेट बैंक, टाइटन, भारती एयरटेल और हिन्दुस्तान यूनिलीवर के शेयरों में लाभ दर्ज हुआ। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर, ‘‘फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों में आक्रामक वृद्धि करने का निर्णय वैश्विक बाजारों के लिए भारी पड़ा, क्योंकि निवेशक कम वृद्धि की उम्मीद कर रहे थे।’’ अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने ब्याज दरों को 0.75 प्रतिशत बढ़ाकर 3.75 से चार प्रतिशत कर दिया है, जो इसका 2008 से सबसे ऊंचा स्तर है। इस बीच, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समिति ने सरकार को भेजी जाने वाली रिपोर्ट को अंतिम रूप देने के लिए बृहस्पतिवार को बैठक की।
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इस रिपोर्ट में बताया जाएगा कि इस वर्ष जनवरी से लगातार तीन तिमाहियों में वह खुदरा मुद्रास्फीति को छह फीसदी की संतोषजनक सीमा से नीचे रखने में क्यों विफल रहा है। व्यापक बाजार में बीएसई मिडकैप 0.22 प्रतिशत और स्मॉलकैप 0.11 प्रतिशत चढ़ गया। एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग गिरावट में बंद हुए। यूरोप में बाजार गिरावट में कारोबार कर रहे थे तथा अमेरिकी बाजार वॉल स्ट्रीट भी बुधवार को गिरकर बंद हुआ। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.16 प्रतिशत बढ़कर 95.04 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल बने हुए हैं। उन्होंने बुधवार को 1,436.30 करोड़ रुपये के मूल्य के शेयर खरीदे।
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