राज्यों को 54 खदानों की नीलामी से मिलेगा 1.5 लाख करोड़ रुपये का राजस्व
चालू वित्त वर्ष में 54 खनिज खंडों की नीलामी होगी जिससे खनिज संपदा की प्रचूरता वाले राज्यों को 1.5 लाख करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होने की उम्मीद है।
नयी दिल्ली। चालू वित्त वर्ष में 54 खनिज खंडों की नीलामी होगी जिससे खनिज संपदा की प्रचूरता वाले राज्यों को 1.5 लाख करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होने की उम्मीद है। खदान सचिव अरुण कुमार ने एक कार्यक्रम के इतर यहां कहा कि राज्यों को अब तक 21 खनिज खंडों की नीलामी से 73 हजार करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हो चुका है। उन्होंने कहा, ‘‘चालू वित्त वर्ष में हमें दो लाख करोड़ रुपये मूल्य के 54 खनिज खंडों की नीलामी की उम्मीद है।
इससे राज्यों को 1.5 लाख करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होगा।’’ नीलामी का पहला चरण पिछले साल फरवरी में शुरू हुआ था और अब तक 21 खनिज खंडों की नीलामी की जा चुकी है। पहली सफल नीलामी फरवरी 2016 में हुई थी। इसमें छत्तीसगढ़ के दो चूनापत्थर खंडों की नीलामी हुई थी जिससे राज्य को अगले 50 साल में करीब 18 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होगा। उसके बाद लौह अयस्क, चूनापत्थर, सोना, हीरा आदि के 21 खनिज खंडों की नीलामी हुई है।
कोल इंडिया के खनिज उत्खनन क्षेत्र में आने के बारे में पूछे जाने पर कुमार ने कहा, ‘‘मैं उत्खनन क्षेत्र में किसी के भी उतरने का स्वागत करूंगा क्योंकि अधिक लोगों के आने से फायदा भी अधिक होगा। जब अधिक प्रतिद्वंदी होंगे तब प्रतिस्पर्धा अधिक पारदर्शी होगी और अर्थव्यवस्था तथा क्षेत्र को अधिक फायदा होगा।’’
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