भारत के सेवा क्षेत्र की वृद्धि में नवंबर में मामूली गिरावट, रोजगार वृद्धि 2005 के बाद सबसे तेज
देश में सेवा क्षेत्र की गतिविधियां इस साल नवंबर में मामूली गिरावट के साथ 58.4 रह गई, जबकि इस क्षेत्र में रोजगार में मजबूत वृद्धि दर्ज की गई। मौसमी रूप से समायोजित एचएसबीसी इंडिया सेवा व्यवसाय गतिविधि सूचकांक अक्टूबर के 58.5 से नवंबर में मामूली गिरावट के साथ 58.4 रहा।
नयी दिल्ली । देश में सेवा क्षेत्र की गतिविधियां नवंबर में मामूली गिरावट के साथ 58.4 रह गई, जबकि इस क्षेत्र में रोजगार में मजबूत वृद्धि दर्ज की गई। मौसमी रूप से समायोजित एचएसबीसी इंडिया सेवा व्यवसाय गतिविधि सूचकांक अक्टूबर के 58.5 से नवंबर में मामूली गिरावट के साथ 58.4 रहा। क्रय प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) की में 50 से ऊपर अंक का मतलब गतिविधियों में विस्तार से और 50 से कम अंक का आशय संकुचन से होता है।
एचएसबीसी के मुख्य अर्थशास्त्री (भारत) प्रांजुल भंडारी ने कहा, ‘‘ भारत की सेवा क्षेत्र की गतिविधियों की वृद्धि दर नवंबर में 58.4 रही जो पिछले महीने के 58.5 से केवल थोड़ा सा कम है। नवंबर में सेवा क्षेत्र में रोजगार में उल्लेखनीय वृद्धि हुई। यह 2005 में इस सर्वेक्षण के शुरू होने के बाद से अभी तक की सबसे तेज गति से बढ़ा।’’ भंडारी ने कहा, ‘‘ नियुक्तियों में उछाल क्षेत्र में कारोबारी आत्मविश्वास में सुधार, नए ऑर्डर में वृद्धि तथा जोरदार अंतरराष्ट्रीय मांग दर्शाता है...’’
सर्वेक्षण में शामिल लोगों ने अपनी सेवाओं के लिए अंतरराष्ट्रीय मांग में सुधार का संकेत देना जारी रखा, जबकि नए निर्यात ऑर्डर में तीन महीनों में सबसे तेज वृद्धि हुई, लेकिन यह वर्ष के मध्य में देखी गई वृद्धि से काफी कम है। कच्चे माल की बढ़ती कीमतों के साथ-साथ, श्रम लागत ने मुद्रास्फीति पर दबाव डाला। कुल मिलाकर व्यय तथा ‘आउटपुट’ शुल्क क्रमशः 15 महीनों और लगभग 12 वर्षों में सबसे तेज दर से बढ़े।
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