कमजोर वैश्विक रुख, कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के कारण सेंसेक्स, निफ्टी में तीसरे दिन गिरावट

Crude oil
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अमेरिकी बाजार बृहस्पतिवार को नुकसान में रहे थे। इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.14 प्रतिशत उछलकर 93.40 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल के भाव पर आ गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बृहस्पतिवार को शुद्ध रूप से 1,093.47 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। अमेरिका में 10 साल के सरकारी बॉन्ड पर प्रतिफल 4.99 प्रतिशत पहुंच गया जो बुधवार को 4.91 प्रतिशत था। हालांकि बाद में यह 4.98 प्रतिशत पर आ गया। शुक्रवार को शुरूआती कारोबार में प्रतिफल 4.94 प्रतिशत था।

वैश्विक बाजारों में कमजोर रुख और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के कारण घरेलू शेयर बाजारों में लगातार तीसरे दिन गिरावट रही और बीएसई सेंसेक्स 231 अंक से अधिक नुकसान में रहा। अमेरिकी बांड प्रतिफल में मजबूती के बीच विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली ने भी निवेशकों की धारणा को कमजोर किया। अमेरिकी बांड प्रतिफल 2007 के बाद पहली बार पांच प्रतिशत के करीब है। तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 231.62 अंक यानी 0.35 प्रतिशत गिरकर 65,397.62 पर बंद हुआ। दिन के कारोबार में यह 320.63 अंक तक लुढ़क गया था। लगातार तीसरे दिन गिरावट के साथ निफ्टी 82.05 अंक यानी 0.42 प्रतिशत गिरकर 19,542.65 पर बंद हुआ। शुक्रवार तक पिछले तीन सत्रों में सेंसेक्स कुल 1,030 अंक टूटा चुका है, जबकि निफ्टी 268 अंक नीचे आया है।

सेंसेक्स की कंपनियों में आईटीसी, टाटा स्टील, हिंदुस्तान यूनिलीवर, भारतीय स्टेट बैंक, जेएसडब्ल्यू स्टील और पावर ग्रिड में प्रमुख रूप से गिरावट रही। दूसरी ओर कोटक महिंद्रा बैंक, इंडसइंड बैंक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और एनटीपीसी लाभ में रहे। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, पश्चिम एशिया में तनाव से पैदा हुई अनिश्चितता और अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन के लगातार मौद्रिक सख्ती पर जोर के चलते बाजार में अस्थिरता रही। उन्होंने कहा कि तेल की बढ़ी कीमतें और बढ़े हुए अमेरिकी बांड प्रतिफल से घरेलू मौद्रिक माहौल तथा कंपनियों का प्रदर्शन प्रभावित होगा। व्यापक बाजार में बीएसई मिडकैप सूचकांक 1.02 प्रतिशत और स्मॉलकैप सूचकांक 0.76 प्रतिशत गिर गया। क्षेत्रवार बात करें तो तेल एवं गैस में 1.73 प्रतिशत, उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं में 1.68 प्रतिशत, धातु में 1.54 प्रतिशत, दूरसंचार में 1.38 प्रतिशत, दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों के शेयरों में 1.36 प्रतिशत और जिंस में 1.32 प्रतिशत की गिरावट हुई।

साप्ताहिक आधार पर बीएसई सेंसेक्स 885.12 अंक या 1.33 प्रतिशत गिरा, जबकि निफ्टी में 208.4 अंक या 1.05 प्रतिशत की गिरावट आई। एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कंपोजिट सूचकांक और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरूआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा। अमेरिकी बाजार बृहस्पतिवार को नुकसान में रहे थे। इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.14 प्रतिशत उछलकर 93.40 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल के भाव पर आ गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बृहस्पतिवार को शुद्ध रूप से 1,093.47 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। अमेरिका में 10 साल के सरकारी बॉन्ड पर प्रतिफल 4.99 प्रतिशत पहुंच गया जो बुधवार को 4.91 प्रतिशत था। हालांकि बाद में यह 4.98 प्रतिशत पर आ गया। शुक्रवार को शुरूआती कारोबार में प्रतिफल 4.94 प्रतिशत था।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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