बैंक शेयरों में भारी गिरावट से सेंसेक्स 155 अंक टूटा, निफ्टी 11,500 अंक से नीचे आया
लक्ष्मी विलास बैंक का शेयर करीब पांच प्रतिशत टूटकर अपनी निचली सर्किट सीमा को छू गया। भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंक के खिलाफ त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई (पीसीए) शुरू की है।
मुंबई। वित्तीय क्षेत्र से नकारात्मक खबरों के बीच सोमवार को बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 155 अंक टूटकर 38,667.33 अंक पर आ गया। निवेशकों द्वारा बैंकिंग और वित्तीय कंपनियों के शेयरों में बिकवाली से बाजार नीचे आया है। निफ्टी भी 38 अंक टूटकर 11,500 अंक के स्तर से नीचे बंद हुआ। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में मामूली बढ़त के साथ खुला। लेकिन जल्द यह बिकवाली दबाव में आ गया। कारोबार के दौरान एक समय सेंसेक्स 472 अंक तक नीचे आया। अंत में यह 155.24 अंक या 0.40 प्रतिशत की गिरावट के साथ 38,667.33 अंक पर बंद हुआ। दिन में इसमें 38,873.12 से 38,401.09 अंक के बीच उतार चढ़ाव रहा। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 37.95 अंक या 0.33 प्रतिशत के नुकसान से 11,474.45 अंक पर बंद हुआ। कारोबारियों ने कहा कि वित्तीय सेवा क्षेत्र में कामकाज के संचालन और संरचनात्मक मुद्दों की वजह से बाजार की धारणा बुरी तरह प्रभावित हुई।
#MarketsWithMC | Closing Bell🔔: Nifty below 11,500, Sensex down 155 points; #YesBank falls 14%, auto stocks slip https://t.co/61JBd43k94#StockMarket #StocksToWatch @YESBANK pic.twitter.com/rjUManghon
— moneycontrol (@moneycontrolcom) September 30, 2019
लक्ष्मी विलास बैंक का शेयर करीब पांच प्रतिशत टूटकर अपनी निचली सर्किट सीमा को छू गया। भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंक के खिलाफ त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई (पीसीए) शुरू की है। बैंक के कुछ निदेशकों द्वारा कथित रूप से गड़बड़ी करने के आरोप के बीच उसका डूबा कर्ज उच्चस्तर पर पहुंच गया है। इस नियामकीय कार्रवाई के बाद लक्ष्मी विलास बैंक के इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस में विलय के प्रस्ताव पर संदेह के बादल घिर गए हैं। इंडिया बुल्स हाउसिंग फाइनेंस का शेयर भी 30 प्रतिशत से अधिक टूट गया। रिलायंस कैपिटल ने ऋण देने के कारोबार से बाहर निकलने का फैसला किया है। इससे कंपनी का शेयर 14 प्रतिशत से अधिक नीचे आ गया। पंजाब एंड महाराष्ट्र कोआपरेटिव (पीएमसी) बैंक पहले ही नियामकीय घेरे में आ चुका है। सेंसेक्स की कंपनियों में येस बैंक में सबसे अधिक 15 प्रतिशत की गिरावट आई। इंडसइंड बैंक, एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक, सनफार्मा, एचडीएफसी और एक्सिस बैंक के शेयर 6.84 प्रतिशत तक नुकसान में रहे। इसके विपरीत भारती एयरटेल का शेयर 5.29 प्रतिशत चढ़ गया। आईटी कंपनियों....एचसीएल टेक, टीसीएस और इन्फोसिस के शेयर भी लाभ में रहे।
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मासिक आधार पर सितंबर में सेंसेक्स 1,334 अंक या 3.57 प्रतिशत चढ़ा है। वहीं निफ्टी मासिक आधार पर 4.16 प्रतिशत या 459.65 अंक लाभ में रहा है। एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक रोहित सिंगरे ने कहा, ‘‘बैंक, एनबीएफसी और धातु कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली से सोमवार को बाजार नीचे आ गए। इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस में बिकवाली से भी बाजार की धारणा प्रभावित हुई।’’ बीएसई स्मॉलकैप में 1.17 प्रतिशत की गिरावट आई। मिडकैप 1.12 प्रतिशत और लार्जकैप 0.42 प्रतिशत नीचे आया। विश्लेषकों ने कहा कि सरकार ने हाल में सुस्त पड़ती अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के लिए कुछ कदम उठाए हैं लेकिन बाजार में इसके बाद भी उत्साह नहीं है। निवेशकों की रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा पर है। वैश्विक स्तर पर निवेशकों की निगाह अमेरिका-चीन व्यापार विवाद पर है। इसके चलते एशियाई बाजारों में मिलाजुला रुख रहा। अंतर बैंक विदेशी विनिमय बाजार में कारोबार के दौरान रुपये 17 पैसे के नुकसान से 70.75 प्रति डॉलर पर चल रहा था। वैश्विक बाजार में मानक ब्रेंट कच्चा तेल का वायदा भाव 1.03 प्रतिशत के नुकसान से 60.41 डॉलर प्रति बैरल पर चल रहा था।
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