नये सिम के लिये ग्राहकों को स्वयं KYC पालन करने की अनुमति का सुझाव
ACT ने दूरसंचार सचिव अंशु प्रकाश को लिखे पत्र में कहा कि इस ‘लॉकडाउन’ के दौरान नया मोबाइल कनेक्शन लेने का कोई विकल्प नहीं बचा है। उद्योग द्वारा प्रस्तावित KYC में फार्म भरना, जियो टैग के साथ अपना फोटो (लाइव) लगाना और टाइम स्टांप के साथ एक बारगी पासवार्ड का उपयोग करना शामिल हैं।
दूरसंचार कंपनियों से जुड़े एक संगठन ने सरकार से नये मोबाइल कनेक्शन को लेकर ग्राहकों के लिये खुद से KYC (अपने ग्रााहक को जानो) प्रक्रिया का पालन करने की अनुमति देने को कहा है। देश में कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिये जारी ‘लॉकडाउन’ (बंद) के कारण नये ग्राहक नहीं आने के बीच संगठन ने यह बात कही है। सेल्यूलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (COI) और दूरंसचार सेवा प्रदाताओं की संयुक् पहल-एपेक्स एडवाइजरी काउंसिल फार टेलीकॉम इन इंडिया (ACT) ने कहा कि इस समय देश में जब सामाजिक रूप से दूरी बनायी रखी गयी है, इस चुनौतीपूर्ण माहौल में वैकल्पिक डिजिटल प्रक्रिया की जरूरत है।
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ACT ने दूरसंचार सचिव अंशु प्रकाश को लिखे पत्र में कहा कि इस ‘लॉकडाउन’ के दौरान नया मोबाइल कनेक्शन लेने का कोई विकल्प नहीं बचा है। संगठन ने कहा, ‘‘इसीलिए ग्राहकों को स्वयं से केवाईसी प्रक्रिया के जरिये नया मोबाइल कनेक्शन लेने की अनुमति देने की जरूरत है। ग्राहक इसे स्वयं ऑनलाइन डिजिटल प्रक्रिया के जरिये कर सकते हैं।’’ एसीटी ने सुझाव दिया है कि स्वयं से केवाईसी प्रक्रिया के जरिये नया मोबाबइल कनेक्शन और सिम बदलने की अनुमति लोगों को मिलनी चाहिए।
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उद्योग द्वारा प्रस्तावित KYC में फार्म भरना, जियो टैग के साथ अपना फोटो (लाइव) लगाना और टाइम स्टांप के साथ एक बारगी पासवार्ड का उपयोग करना शामिल हैं। संगठन ने कहा, ‘‘प्रस्तावित प्रक्रिया में KYC से संबंधित सभी दिशानिर्देशों का पालन किया जाएगा और उसे ऑनलाइन उपायों के जरिये पूरा किया जाएगा। इसमें जरूरी सुरक्षा उपाय किये गये हैं ताकि केवाईसी दिशानिर्देश का जो मकसद है, वह पूरा हो।
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