सोने की रिकॉर्ड कीमतों ने धनतेरस की बिक्री को फीका किया, कारोबार में 10 प्रतिशत गिरावट संभव
तीव्र वार्षिक वृद्धि के कारण धनतेरस पर सोने की बिक्री में मात्रा के लिहाज से सालाना आधार पर 10 प्रतिशत की गिरावट आने का अनुमान है। चूंकि हिंदू कैलेंडर में कीमती धातुओं से लेकर बर्तनों तक की वस्तुओं की खरीदारी के लिए सबसे शुभ दिन धनतेरस बुधवार को दोपहर 1.11 बजे तक दो दिन मनाया जाना है।
नयी दिल्ली । सोने की कीमतों में 33 प्रतिशत की तीव्र वार्षिक वृद्धि के कारण धनतेरस पर सोने की बिक्री में मात्रा के लिहाज से सालाना आधार पर 10 प्रतिशत की गिरावट आने का अनुमान है। उद्योग के जानकारों ने यह बात कही है। चूंकि हिंदू कैलेंडर में कीमती धातुओं से लेकर बर्तनों तक की वस्तुओं की खरीदारी के लिए सबसे शुभ दिन धनतेरस बुधवार को दोपहर 1.11 बजे तक दो दिन मनाया जाना है, इसलिए सर्राफा कारोबारियों को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों स्टोर्स में अधिक ग्राहकों की उम्मीद है।
राष्ट्रीय राजधानी में सोने की कीमतें 33 प्रतिशत बढ़कर 81,400 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई हैं, जबकि पिछले साल धनतेरस पर यह 61,200 रुपये थी। पिछले साल धनतेरस 11 नवंबर को मनाया गया था। मंगलवार को चांदी की कीमतें 35 प्रतिशत बढ़कर 99,700 रुपये प्रति किलोग्राम हो गईं, जबकि पिछले साल धनतेरस के दिन यह 74,000 रुपये थी।
अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण घरेलू परिषद के अध्यक्ष संयम मेहरा ने कहा, ‘‘सोने की ऊंची कीमतों के बावजूद खरीदारी का रुझान अच्छा है। मात्रा के लिहाज से, हम पिछले साल की तुलना में 10 प्रतिशत कमी रहने की उम्मीद कर रहे हैं, जबकि मूल्य के लिहाज से यह 20 प्रतिशत अधिक होगा।’’ रिसाइकिल किए गए आभूषणों की बिक्री भी अच्छी रही। उन्होंने बताया कि 2, 3, 4, 5 और 8 ग्राम के सोने के सिक्के और चेन, झुमके और कंगन जैसे हल्के वजन के आभूषण अधिक बिक रहे हैं। मेहरा ने कहा कि धनतेरस का त्योहार बुधवार दोपहर तक है, इसलिए अधिक कारोबार होने की उम्मीद है।
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