राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा प्रणाली की स्थिरता बनाए रखने में आईएमएफ की भूमिका अहम
अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने शुक्रवार को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मुलाकात की। इस भेंट के दौरान राष्ट्रपति ने कहा कि वैश्विक मुद्रा प्रणाली की स्थिरता बनाए रखने में मुद्राकोष को अहम भूमिका निभानी है।
अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने शुक्रवार को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मुलाकात की। इस भेंट के दौरान राष्ट्रपति ने कहा कि वैश्विक मुद्रा प्रणाली की स्थिरता बनाए रखने में मुद्राकोष को अहम भूमिका निभानी है। जॉर्जीवा का स्वागत करते हुए मुर्मू ने कहा कि दुनिया कोविड महामारी के तीसरे वर्ष से गुजर रही है। उन्होंने कहा कि आईएमएफ और विश्व बैंक जैसे बहुपक्षीय संस्थानों द्वारा कई कम आय वाले देशों को उल्लेखनीय सहायता प्रदान की गई है।
राष्ट्रपति भवन से जारी बयान के मुताबिक मुर्मू ने कहा कि वैश्विक मुद्रा प्रणाली की स्थिरता बनाए रखने में आईएमएफ को एक अहम भूमिका निभानी है। मुर्मू ने कहा कि आज भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और भारत के स्टार्टअप परिवेश का दुनिया में ऊंचा स्थान है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे देश में स्टार्टअप की सफलता, विशेष रूप से यूनिकॉर्न की बढ़ती संख्या, हमारी औद्योगिक प्रगति का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
इससे भी अधिक खुशी की बात यह है कि हमारे देश का विकास और अधिक समावेशी होता जा रहा है तथा क्षेत्रीय विषमताएं भी कम हो रही हैं।’’ मुर्मू ने कहा कि आज के भारत का मूल मंत्र है करुणा - वंचितों के लिए, करुणा - जरूरतमंदों के लिए और हाशिए पर गए लोगों के लिए। भारत में 2023 में आयोजित होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन के बारे में राष्ट्रपति ने कहा कि जी-20 में बहुपक्षीय सहयोग विविधता को ध्यान में रखते हुए समावेश और लचीलेपन के सिद्धांतों पर आधारित होना चाहिए।
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि भारत की अध्यक्षता के दौरान जी-20 मंच सभी के लिए एक शांतिपूर्ण, टिकाऊ और समृद्ध दुनिया के निर्माण की दिशा में बहुपक्षवाद एवं वैश्विक प्रशासन को और मजबूत बनाने हेतु प्रयास करने की आकांक्षा के साथ आगे बढ़ेगा।
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