एल एंड टी ने होवित्जर-गन के लिये समझौता किया
लार्सन एंड टूब्रो ने भारतीय सेना के वास्ते दक्षिण कोरिया की हानवा टेकविन (एचटीडब्ल्यू) के साथ मिलकर 100 से अधिक ‘सेल्फ प्रोपेल्ड होवित्जर गन’ का विनिर्माण करने के लिए करार किया है।
इंजीनियरिंग क्षेत्र की दिग्गज लार्सन एंड टूब्रो ने करीब 4,500 करोड़ रुपये की लागत से भारतीय सेना के वास्ते दक्षिण कोरिया की हानवा टेकविन (एचटीडब्ल्यू) के साथ मिलकर 100 से अधिक ‘सेल्फ प्रोपेल्ड होवित्जर गन’ का विनिर्माण करने के लिए करार किया है। 155 एमएम.52 कॉल ट्रैक्ट्ड सेल्फ प्रोपेल्ड गन--के 9 वज्र-टी की पहली खेप इस साल उत्तरार्ध में आएगी और पूरी आपूर्ति 42 महीनों में होगी।
इस प्रकार की दस गन सीधे दक्षिण कोरिया से लायी जाएंगी जबकि 90 का निर्माण पुणे के समीप तालेगांव में एल एंड टी के स्ट्रेटेजिक सिस्ट्म्स कॉम्प्लेक्स में किया जाएगा। के 9 वज्र-टी एचटीडब्ल्यू के के-9 थंडर का उन्नत संस्करण है। एचटीडब्ल्यू के के-9 थंडर दुनिया में सर्वश्रेष्ठ सेल्फ प्रोपेल्ड हॉवित्जरों में एक है। इस करार पर हस्ताक्षर से संबंधित कार्यक्रम में दक्षिण कोरिया के रक्षा खरीद मंत्री चांग मयोंग जिन ने कहा कि उनका देश भारत के साथ रक्षा सहयोग के क्षेत्र में अहम विस्तार चाहेगा जिसकी संकल्पना 2015 में मोदी की सोल यात्रा के दौरान की गयी थी। लार्सन एंड टूब्रो ने बंबई शेयर बाजार को आज दी सूचना में यह जानकारी दी। लार्सन के-9 वीएजेआरए-टी गन के परीक्षण और प्रदर्शन के आधार पर एकमात्र पात्र बोलीदाता थी। इसे एल एंड टी ने प्रौद्योगिकी सहयोगी एचटीडब्ल्यू के साथ मिलकर बनाया है।
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