चीनी वर्चस्व को भारत की चुनौती से पैदा होंगे अभूतपूर्व निवेश के अवसरः महिंद्रा

Anand Mahindra
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इससे उछाल को रफ्तार मिलेगी। भारत में निवेश अभूतपूर्व मात्रा में आने वाला है।’’ उन्होंने कहा कि विनिर्माण क्षेत्र में बड़ा उछाल हासिल करने का अवसर भारत के सामने है और इसे दोनों हाथों से लपकना चाहिए। वहीं दीर्घकालिक रूप में नवोन्मेषण की क्षमता भारतीय अर्थव्यवस्था को उछाल देने का काम करेगी। महिंद्रा ने कहा, ‘‘आने वाले समय में जो भी कंपनी खूबियों एवं कीमत के लिहाज से ग्राहकों की पसंद के उत्पाद पेश कर पाएंगी, उन्हें मांग पूरा करने के लिए अपना उत्पादन बढ़ाने की खुशनुमा चुनौती का सामना करना होगा।

महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने कहा है कि दुनिया आपूर्ति शृंखला पर चीन के दबदबे को चुनौती देने वाले एक भरोसेमंद विकल्प के तौर पर भारत को देखना चाहती है जिससे वर्ष 2024 में अभूतपूर्व निवेश के अवसर पैदा होंगे। महिंद्रा ने नववर्ष पर अपने संदेश में कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था कई दशकों से प्रतीक्षित उछाल भरने के लिए तैयार है और मनचाहे उत्पादों की पेशकश कर सकने वाली कंपनियों को नए साल में बढ़ती मांग को पूरा करने की खूबसूरत चुनौती का सामना करने में खुशी होगी। उन्होंने नए साल को नई शुरुआत के लिए खास अवसर बताते हुए कहा, ‘‘इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है कि पिछला साल कितना खराब रहा है, मानवीय प्रेरणा हमेशा उम्मीद का दामन थामती है।

वर्ष 2023 में संघर्ष, जलवायु परिवर्तन और कोविड महामारी के बाद के सुधार में आई सुस्ती हावी रही। इस साल का समापन नया जोश भरने की चाहत के साथ हुआ।’’ महिंद्रा समूह के मुखिया ने नए साल को नया अध्याय एवं आशावाद एवं नई शुरुआत का अवसर बताते हुए कहा, ‘‘वैश्विक स्तर पर दुनिया चाहती है कि भारत आपूर्ति शृंखला में चीन के वर्चस्व को चुनौती देने वाला एक भरोसेमंद विकल्प बने। यह 2024 में एक बड़ा मौका है।

इससे उछाल को रफ्तार मिलेगी। भारत में निवेश अभूतपूर्व मात्रा में आने वाला है।’’ उन्होंने कहा कि विनिर्माण क्षेत्र में बड़ा उछाल हासिल करने का अवसर भारत के सामने है और इसे दोनों हाथों से लपकना चाहिए। वहीं दीर्घकालिक रूप में नवोन्मेषण की क्षमता भारतीय अर्थव्यवस्था को उछाल देने का काम करेगी। महिंद्रा ने कहा, ‘‘आने वाले समय में जो भी कंपनी खूबियों एवं कीमत के लिहाज से ग्राहकों की पसंद के उत्पाद पेश कर पाएंगी, उन्हें मांग पूरा करने के लिए अपना उत्पादन बढ़ाने की खुशनुमा चुनौती का सामना करना होगा।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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