ओला मैप्स तक भारतीय डेवलपर को एक साल तक मिलेगी मुफ्त पहुंच : Bhavish

Bhavish
प्रतिरूप फोटो
Social Media

ओला के संस्थापक और सीईओ भाविश अग्रवाल ने मार्ग-निर्देशन प्रणाली ओला मैप्स तक एक साल तक की मुफ्त पहुंच देने का वादा करते हुए भारतीय डेवलपर को गूगल मैप्स से दूर रहने का अनुरोध किया। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि ओला का बनाया हुआ अपना ओला मैप्स कई पैमानों पर अपने प्रतिद्वंद्वियों से ‘बेहतर प्रदर्शन’ कर रहा है।

नयी दिल्ली । ऑनलाइन कैब सेवा उपलब्ध कराने वाले मंच ओला के संस्थापक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) भाविश अग्रवाल ने सोमवार को मार्ग-निर्देशन प्रणाली ओला मैप्स तक एक साल तक की मुफ्त पहुंच देने का वादा करते हुए भारतीय डेवलपर को गूगल मैप्स से दूर रहने का अनुरोध किया। इसके साथ ही अग्रवाल ने दावा किया कि ओला का बनाया हुआ अपना ओला मैप्स कई पैमानों पर अपने प्रतिद्वंद्वियों से ‘बेहतर प्रदर्शन’ कर रहा है। ओला ने कुछ दिन पहले ही ऐलान किया था कि वह अब गूगल मैप्स की जगह अपनी टैक्सियों को राह दिखाने के लिए आंतरिक स्तर पर विकसित नेविगेशन टूल ओला मैप्स का इस्तेमाल करेगी। 

अग्रवाल ने कहा कि भारत का नक्शा बनाने के लिए ‘बहुत लंबे समय’ से पश्चिमी देशों में विकसित ऐप का इस्तेमाल किया जाता रहा है। इस तरह की विदेशी प्रणालियां सड़कों के नाम, शहरों में बदलाव और जटिल यातायात जैसी अनूठी चुनौतियों को पहचानने में नाकाम रहती हैं। उन्होंने कहा कि कृत्रिम मेधा (एआई) से संचालित और खासतौर पर भारत-केंद्रित गणना पद्धति (एल्गोरिद्म) और लाखों वाहनों से वास्तविक समय पर एकत्रित आंकड़ों की मदद से ओला मैप्स इन मुद्दों को हल करता है। उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा, ‘‘भारतीय डेवलपर के लिए गूगल मैप्स से दूर जाने का समय आ गया है। ओला मैप्स तक सभी डेवलपर को एक साल तक मुफ्त पहुंच मिलेगी।’’ 

उन्होंने दावा किया कि ओला मैप्स स्थानों को सटीकता से चिह्नित करने, सर्च में सटीकता और अन्य प्रमुख मानकों पर प्रतिद्वंद्वियों से बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘पिछले महीने एज़्योर से अलग होने के बाद अब हम गूगल मैप्स से भी पूरी तरह बाहर हो गए हैं। हम सालाना 100 करोड़ रुपये खर्च करते थे लेकिन हमने पूरी तरह अपने ओला मैप्स पर स्थानांतरित कर इसे शून्य कर दिया है।’’ अग्रवाल ने मई में कहा था कि ओला माइक्रोसॉफ्ट के एज़्योर क्लाउड के साथ संबंध तोड़कर अपनी सहयोगी कंपनी क्रुट्रिम एआई की क्लाउड सेवा में स्थानांतरित कर देगी।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़