इंडिगो के सीईओ ने कहा, घरेलू उड़ानों के किराये की अधिकतम सीमा को बढ़ाने की सोचे सरकार

indigo
Google common license

इंडिगो सीईओ ने कहा कि सरकार घरेलू उड़ानों के अधिकतम किराये की सीमा बढ़ाने पर सोचे।सरकार ने वर्ष 2020 में सख्त लॉकडाउन के बाद विमानन क्षेत्र को परिचालन की अनुमति देते समय किराये की अधिकतम एवं न्यूनतम सीमा तय कर दी थी। इंडिगो अब इसी सीमा को बढ़ाने की मांग कर रही है।

नयी दिल्ली। देश की सबसे बड़ी विमानन कंपनी इंडिगो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रोनोजॉय दत्ता ने ईंधन की बढ़ती कीमतों को ‘‘वास्तविक समस्या’’ बताते हुए सरकार से घरेलू उड़ानों के किराये की अधिकतम सीमा बढ़ाने पर विचार करने का अनुरोध किया है। दत्ता ने कहा कि नागर विमानन मंत्रालय को घरेलू उड़ानों के किराये पर लगाई गई अधिकतम सीमा को अब बढ़ाने के बारे में सोचना चाहिए। उन्होंने कहा कि मौजूदा हालात में विमान ईंधन के दामों में आई तेजी को देखते हुए मंत्रालय को इस बारे में विचार करना चाहिए।

इसे भी पढ़ें: चीन का दावा, वह अभी भी भारत का शीर्ष व्यापार भागीदार

सरकार ने वर्ष 2020 में सख्त लॉकडाउन के बाद विमानन क्षेत्र को परिचालन की अनुमति देते समय किराये की अधिकतम एवं न्यूनतम सीमा तय कर दी थी। इंडिगो अब इसी सीमा को बढ़ाने की मांग कर रही है। इसके साथ ही दत्ता ने कहा कि इंडिगो अपनी सेवाओं का विस्तार यूरोप, अफ्रीका और दक्षिण-पूर्व एशिया तक करना चाहती है और इसके मद्देनजर वह कुछ अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में बिजनेस क्लास भी शुरू कर सकती है। उन्होंने कहा कि इंडिगो की बड़े आकार वाले विमान खरीने की योजना है। इसके लिए ए321एक्सएलआर विमानों पर गौर किया जा रहा है। इनके वर्ष 2024 तक इंडिगो को मिल जाने की संभावना है। इंडिगो के पास फिलहाल 275 विमानों का बेड़ा है और वे सभी ए320निओस और ए321निओस श्रेणी के विमान हैं जिनमें सिर्फ इकॉनमी क्लास की सीटें ही हैं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़