GST लागू करते समय मोदी सरकार ने नहीं की थी पूरी तैयारी: कांग्रेस
पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने बिजली और पेट्रोल को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के दायरे में लाने की मांग की। जीएसटी परिषद की बुधवार को हुई बैठक में सामान्य तौर पर इस्तेमाल में आने वाली 23 वस्तुओं पर जीएसटी की दर में कटौती की गयी।
नयी दिल्ली। पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने मंगलवार को आरोप लगाया कि कुछ वस्तुओं पर जीएसटी की दरों में कटौती आनन फानन में बिना तैयारी के लागू की गयी कर व्यवस्था को दुरूस्त करने का प्रयास है। मनप्रीत ने बिजली और पेट्रोल को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के दायरे में लाने की मांग की। जीएसटी परिषद की बुधवार को हुई बैठक में सामान्य तौर पर इस्तेमाल में आने वाली 23 वस्तुओं पर जीएसटी की दर में कटौती की गयी। इन वस्तुओं पर कर की दर को 18 फीसदी से घटा कर क्रमश: 12 फीसदी और पांच फीसदी किया गया।
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कांग्रेस नेता मनप्रीत बादल ने संवाददाताओं से कहा, ‘कर की दरों में कटौती आनन फानन में बिना तैयारी के लागू की गई जीएसटी की व्यवस्था को दुरूस्त करने का प्रयास है क्योंकि पहली बार इसकी अवधारणा स्पष्ट नहीं थी। यह बैठक इसे दुरूस्त करने का प्रयास मात्र है।’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने जीएसटी को ‘गब्बर सिंह टैक्स’ कहा है। जीएसटी को जल्दबाजी में बिना किसी तैयारी के लागू कर दिया गया था।
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पंजाब के वित्त मंत्री ने कहा, ‘इसकी अवधारणा स्पष्ट नहीं थी। संबंधित लोगों से संपर्क नहीं किया गया। इसकी तकनीकी तैयारियां नहीं थी। हमारी मांग जीएसटी रिर्टन फाइल करने को आसान बनाने तथा पेट्रोलियम और बिजली को इसके दायरे में लाने की है।’
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