FDI प्रवाह चालू वित्त वर्ष के पहले नौ माह में 15 प्रतिशत घटकर 36.75 अरब डॉलर पर
कुल एफडीआई प्रवाह आलोच्य अवधि में घटकर 55.27 अरब डॉलर रहा जो बीते वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों में 60.4 अरब डॉलर था। कुल एफडीआई प्रवाह में इक्विटी निवेश, कमाई को फिर से निवेश करना और अन्य पूंजी शामिल है।
देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश(एफडीआई) चालू वित्त वर्ष के पहले नौ माह अप्रैल-दिसंबर में 15 प्रतिशत घटकर 36.75 अरब डॉलर रहा है। उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग के ताजा आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में एफडीआई प्रवाह 43.17 अरब डॉलर था। कुल एफडीआई प्रवाह आलोच्य अवधि में घटकर 55.27 अरब डॉलर रहा जो बीते वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों में 60.4 अरब डॉलर था। कुल एफडीआई प्रवाह में इक्विटी निवेश, कमाई को फिर से निवेश करना और अन्य पूंजी शामिल है।
चालू वित्त वर्ष 2022-23 में अप्रैल-दिसंबर के दौरान 13 अरब डॉलर के एफडीआई के साथ सिंगापुर सबसे बड़ा निवेशक रहा। आंकड़ों के अनुसार, उसके बाद क्रमश: मॉरीशस (4.7 अरब डॉलर), अमेरिका (करीब पांच अरब डॉलर), संयुक्त अरब अमीरात (3.1 अरब डॉलर), नीदरलैंड (2.15 अरब डॉलर), जापान (1.4 अरब डॉलर) तथा साइप्रस (1.15 अरब डॉलर) का स्थान रहा। कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर क्षेत्र में चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों में सबसे ज्यादा आठ अरब डॉलर का पूंजी प्रवाह हुआ। उसके बाद सेवा (6.6 अरब डॉलर), कारोबार (4.14 अरब डॉलर), रसायन (1.5 अरब डॉलर), वाहन उद्योग (1.27 अरब डॉलर) और निर्माण (बुनियादी ढांचा) गतिविधियों (1.22 अरब डॉलर) का स्थान रहा।
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