देश की आर्थिक वृद्धि दर आगामी दशक में 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान: CEA

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उन्होंने कहा, ‘‘इसीलिए मुझे लगता है कि वाणिज्यिक क्षेत्र और रियल एस्टेट क्षेत्र में वित्तीय, कर्ज और निवेश चक्र बहाल होने के साथ वृद्धि दर आगामी दशक में साढ़े छह प्रतिशत रह सकती है।’’

मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) वी अनंत नागेश्वरन ने बुधवार को कहा कि वित्तीय और निवेश चक्र में बदलाव के साथ देश की आर्थिक वृद्धि दर आगामी दशक में 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है। यहां एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नागेश्वरन ने कहा कि वैश्विक स्तर पर अनिश्चितता को देखते हुए निर्यात में वृद्धि मात्रा के स्तर पर नरम रह सकती है। उन्होंने कहा, ‘‘इसीलिए मुझे लगता है कि वाणिज्यिक क्षेत्र और रियल एस्टेट क्षेत्र में वित्तीय, कर्ज और निवेश चक्र बहाल होने के साथ वृद्धि दर आगामी दशक में साढ़े छह प्रतिशत रह सकती है।’’

एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 4.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यह एक साल पहले इसी तिमाही में 11.2 प्रतिशत और पिछली तिमाही में 6.3 प्रतिशत रही थी। वित्त मंत्रालय की आर्थिक समीक्षा में आर्थिक वृद्धि दर एक अप्रैल से शुरू वित्त वर्ष 2023-24 में 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया है। वहीं भारतीय रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष में सात प्रतिशत और अगले वित्त वर्ष में 6.4 प्रतिशत की वृद्धि दर का अनुमान जताया है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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