फिल्मी करियर छोड़कर राजनीति में जाने का यह सही समय नहीं : Randeep Hooda
‘‘हाइवे’’, ‘‘सरबजीत’’ और ‘‘सुल्तान’’ जैसी फिल्मों के लिए पहचाने जाने वाले हुडा ने कहा, ‘‘यह इसमें (राजनीति में) कूदने और अपना फिल्मी करियर छोड़ने का सही समय नहीं है क्योंकि आधे-अधूरे मन से मैंने कभी कोई काम नहीं किया।
बॉलीवुड अभिनेता रणदीप हुड्डा ने भविष्य में राजनीति में शामिल होने की संभावनाओं से इनकार नहीं करते हुए कहा है कि फिलहाल वह अपने अभिनय करियर पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं।
ऐसी खबरें थीं कि हिंदुत्व विचारक विनायक दामोदर सावरकर की जीवनी ‘‘स्वातंत्र्य वीर सावरकर’’ की रिलीज का इंतजार कर रहे रणदीप हुड्डा अपने गृहनगर हरियाणा के रोहतक से भाजपा उम्मीदवार के रूप में लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं।
अभिनेता ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘राजनीति एक फिल्म निर्माता या अभिनेता जितना ही गंभीर करियर है। मैं अपने अभिनय के प्रति बहुत अधिक ईमानदार रहा हूं। अगर मुझे राजनीति में शामिल होना पड़ा, तो मैं इसे पूर्णकालिक कार्य के रूप में अपनाऊंगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं ऐसा व्यक्ति नहीं हूं जो एक ही समय में कई काम कर सकता है। फिलहाल, मेरे पास एक अभिनेता के रूप में करने के लिए कई फिल्में हैं और एक निर्देशक के रूप में मेरा नया करियर है, जिसका मैंने आनंद लिया, हालांकि यह बहुत कठिन था।’’
‘‘हाइवे’’, ‘‘सरबजीत’’ और ‘‘सुल्तान’’ जैसी फिल्मों के लिए पहचाने जाने वाले हुडा ने कहा, ‘‘यह इसमें (राजनीति में) कूदने और अपना फिल्मी करियर छोड़ने का सही समय नहीं है क्योंकि आधे-अधूरे मन से मैंने कभी कोई काम नहीं किया।
मुझे खालसा सहायता के रूप में ‘सेवा’ करना या समुद्र तटों की सफाई करना या अन्य पर्यावरणीय कारणों के लिए काम करना पसंद है। यह मेरे अंदर हमेशा से था, लेकिन आप भविष्य के बारे में कभी नहीं जानते।’’
फिल्म ‘‘स्वातंत्र्य वीर सावरकर’’ को शुरुआत में महेश मांजरेकर द्वारा निर्देशित किया जाना था, जिन्होंने रचनात्मक मतभेदों का हवाला देते फिल्म छोड़ दी। अब इस फिल्म का निर्देशन, सह-लेखन हुड्डा द्वारा किया गया है, जिन्होंने फिल्म में मुख्य भूमिका भी निभायी है।
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