बांद्रा स्टेशन के बाहर इकट्ठा हुए प्रवासी श्रमिकों से बात करें, कृपया लाठीचार्ज न करें: अनुभव सिन्हा
3 मई तक लॉकडाउन बढ़ जाने के कारण मुंबई में बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिक बांद्रा स्टेशन के बाहर इकट्ठा हो गए और मांग की कि उनके लिए उनके मूल स्थानों पर लौटने के लिए परिवहन व्यवस्था की जाए।
आज सुबह पीएम नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन के विस्तार की घोषणा की, 14 अप्रैल को खत्म होने वाला लॉकडाउन अब 3 मई को खत्म होगा। देश में कोरोना के मरीज बढ़ते जा रहे हैं जिसे देखकर ये लॉकडाउन को बढ़ाने का फैसला लिया गया है। 21 दिन से परिवार से दूर बिना दिहाड़ी के कई सारे लोग लॉकडाउन के कारण फंसे हुए हैं। 3 मई तक लॉकडाउन बढ़ जाने के कारण मुंबई में बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिक बांद्रा स्टेशन के बाहर इकट्ठा हो गए और मांग की कि उनके लिए उनके मूल स्थानों पर लौटने के लिए परिवहन व्यवस्था की जाए।
इतने सारे लोगों के सड़क पर आने से कोरोना के फैलने का खतरा बढ़ गया है। बताया जा रहा है कि वे लोग खाने की समस्या से जूझ रहे हें और घर भेजे जाने की मांग कर रहे हैं। इस स्थिति पर बॉलीवुड फिल्म निर्माता अनुभव सिन्हा ने ट्वीट की एक श्रृंखला साझा की। अनुभव सिंहा ने अपने ट्वीट के जरिए पुलिस से बात करने हल निकाले के लिए कहा और लाठीचार्ज न करने का आग्रह किया। 'अनुच्छेद 15' के निर्देशक ने श्रमिकों की दुर्दशा को समझाने की कोशिश की।
I am from UP bordering Bihar. I know these people. I have grown up with them. Let me tell you something, when they get angry they get very angry. They walk hundreds of miles to go home. Right now they are not worried about food. Talk to them. PLEASE!!! Don't lathi charge them.
— Anubhav Sinha (@anubhavsinha) April 14, 2020
मुंबई के बांद्रा की हालत पर कई लोगों ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। मल्लिका शेरावत ने भी उसी पर प्रतिक्रिया व्यक्त की और इंस्टाग्राम पर पोस्ट साझा करते हुए कहा कि अभी बांद्रा मुंबई में यही हो रहा है। क्या ये गरीब लोगों का गरीब होना उनकी गलती है?
पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों और गैर सरकारी संगठनों ने प्रवासी श्रमिकों के लिए भोजन की व्यवस्था की है, लेकिन उनमें से अधिकांश अपने मूल स्थानों पर वापस जाना चाहते हैं।
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