Kailash Kher Birthday: संगीत के लिए छोड़ा घर... सफलता न मिलने पर की सुसाइड की कोशिश, ऐसा रहा सिंगर कैलाश खेर का सफर

Kailash Kher Birthday
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बॉलीवुड के शानदार सिंगर्स की लिस्ट में शुमार कैलाश खेर आज यानी की 07 जुलाई को अपना 52वां जन्मदिन मना रहे हैं। कैलाश खेर के सूफियाने अंदाज पर लोग झूमने पर मजबूर हो जाते हैं। हालांकि उनका यह सफर इतना भी आसान नहीं रहा है।

बॉलीवुड के शानदार सिंगर्स की लिस्ट में शुमार कैलाश खेर आज यानी की 07 जुलाई को अपना 50वां जन्मदिन मना रहे हैं। कैलाश खेर के सूफियाने अंदाज पर लोग झूमने पर मजबूर हो जाते हैं। हालांकि उनका यह सफर इतना भी आसान नहीं रहा है। कैलाश खेर ने सुरों का सरताज बनने के लिए काफी संघर्षों का सामना किया है। बता दें कि कैलाश खेर को बचपन से ही संगीत से प्यार था। जिसके लिए उन्होंने महज 14 साल की उम्र में अपना घर छोड़ दिया था। तो आइए जानते हैं उनके जन्मदिन के मौके पर सिंगर कैलाश खेर के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में...

जन्म और परिवार

उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में 07 जुलाई 1973 को कैलाश खेर का जन्म हुआ था। इनके पिता का नाम मेहर सिंह खेर था, जोकि एक लोकगायक थे। ऐसे में बचपन से ही कैलाश खेर को घर पर संगीत वाला माहौल मिला। ऐसे में संगीत के प्रति दिलचस्पी होने के कारण उन्होंने भी इसी फील्ड में अपना करियर बनाने की सोचा। लेकिन सिंगिग में करियर बनाना उनके लिए इतना आसान नहीं था। कैलाश खेर के पिता का हैंडिक्रॉफ्ट का बिजनेस था। लेकिन संगीत के प्रति दिलचस्पी होने के कारण और अपने इस सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने महज 14 साल की उम्र में अपना घर छोड़ दिया।

जब डिप्रेशन में चले गए सिंगर

सिंगिंग करियर में मन मुताबिक सफलता न मिलने पर कैलाश खेर को निराशा हुई और वह डिप्रेशन में चले गए। एक समय ऐसा भी आया, जब वह ऋषिकेश के आश्रमों में रहने लगे थे। तब वह रोजाना सुबह गंगा आरती को अपनी आवाज में गुनगुनाया करते थे। कैलाश खेर की सुरीली आवाज सुनकर घाट पर मौजूद साधु-संत भी झूमने लगते थे। सिंगर की आवाज में एक अलग ही जादू है। उनके गाने को सुनकर एक संत ने कैलाश खेर से कहा कि तुम्हारी आवाज में जादू है, परेशान मत होना भोलेनाथ एक दिन सब ठीक कर देंगे।

लेकिन सिंगिंग करियर में सफलता न मिलने परेशान कैलाश ने गंगा में कूदकर सुसाइड करने की भी कोशिश की थी। वह शुरूआत में जिंगल गाया करते थे। इसी बीच उनको फिल्म 'अंदाज' में एक सूफियाना गाना गाने का मौका मिला। यह गाना 'रब्बा इश्क न होवे' था। कैलाश खेर ने इस गाने को इतनी शिद्दत के साथ गाया कि वह रातोंरात फेमस हो गए। जिस स्टारडम की उनको तलाश थी, वह उन्हें मिली। इसके बाद उन्होंने अल्लाह के बंदे, तेरी दीवानी, नमो नमो जैसे कई फेमस गाने गाए।

अपनी आवाज के जादू से लोगों को झूमने पर मजबूर करने वाले सिंगर कैलाश खेर को पद्मश्री से सम्मानित किया जा चुका है। वर्तमान समय में वह इंडस्ट्री के फेमस सिंगर्स की लिस्ट में शामिल हैं। फिल्मों में गाने के अलावा कैलाश खेर लाइव परफॉर्मेंस से भी अच्छा खासा पैसा कमाते हैं।

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