पहले बेची चाय, फिर रेलवे ट्रैक से इकट्ठा किया कोयला... कुछ ऐसे बीता था Om Puri का जीवन, आज ही दिन हुआ था निधन
ओम पुरी ने अपनी शानदार एक्टिंग और दमदार आवाज से सभी का दिल जीता है। थियेटर हो, टेलीविजन या फिर सिनेमा, उन्होंने अपने अभिनय के दम पर हर जगह शोहरत हासिल की थी। ओम पुरी का जन्म अंबाला में हुआ था। उनके पिता रेलवे और इंडियन आर्मी में थे।
ओम पुरी ने अपनी शानदार एक्टिंग और दमदार आवाज से सभी का दिल जीता है। थियेटर हो, टेलीविजन या फिर सिनेमा, उन्होंने अपने अभिनय के दम पर हर जगह शोहरत हासिल की थी। ओम पुरी का जन्म अंबाला में हुआ था। उनके पिता रेलवे और इंडियन आर्मी में थे। ओम पुरी के पैरेंट्स के पास उनके जन्म का न तो कोई सर्टिफिकेट था और न ही उन्हें उनकी जन्मतिथि याद थी। उनकी मां ने उन्हें बताया था कि वो हिंदू फेस्टिवल दशहरा से दो दिन पहले पैदा हुए थे।
बचपन में जब पुरी स्कूल जाने लगे, तब उनके अंकल ने उनका बर्थडे 9 मार्च 1950 दर्ज कराया, लेकिन जब ओम पुरी मुंबई पहुंचे। तब उन्होंने देखा कि साल 1950 में दशहरा कब मनाया गया था और उसी हिसाब से उन्होंने खुद की बर्थ डेट 18 अक्टूबर लिखी। ओम पुरी का बचपन बहुत गरीबी में बीता था। फिर किस्मत बदली और उन्होंने हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में खूब नाम कमाया, लेकिन वो मुश्किल दौर में तब आए, जब दूसरी बीवी संग उनका मनमुटाव हो गया। आइये जानते हैं।
ओम पुरी जब 6 साल के थे तब उनके पिता रेलवे में कर्मचारी थे, उन पर सीमेंट चोरी का आरोप लगा और उन्हें जेल की सलाखों के पीछे डाल दिया गया था। इसके बाद उनका परिवार बेघर हो गया था। पेट पालने के लिए ओम पुरी के भाई वेद प्रकाश पुरी ने रेलवे में कुली की नौकरी की और ओम पुरी एक दुकान पर चाय बेचने लगे। अपने परिवार को सहारा देने के लिए ओम पुरी ने कई तरह की नौकरी की। वो रेलवे ट्रैक से कोयला भी इकट्ठा करते थे, ताकि घरवालों का पेट पाल सकें। बाद में उनका और उनके भाई के बच्चों का पालन-पोषण एक नौकरानी शांति ने किया।
काम के साथ की पढ़ाई
तमाम मुसीबतों के बाद भी ओम पुरी ने काम के साथ-साथ अपनी पढ़ाई जारी रखी। प्राइमरी एजुकेशन के बाद उन्होंने थियेटर एक्टिंग सीखने के लिए दिल्ली में नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा ज्वॉइन कर लिया। फेमस एक्टर नसीरुद्दीन शाह, जोकि लंबे समय तक उनके दोस्त भी रहे थे, उन्होंने ओम पुरी को पुणे में इंडियन फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट (FTII) में जाने के लिए काफी मोटिवेट किया था। नसीरुद्दीन के अलावा अमरीश पुरी भी उनके अच्छे दोस्त थे। लेकिन पुरी सरनेम के कारण लोग दोनों को भाई मान लेते थे।
निजी जिंदगी भी खबरों में रही
उनकी दिल तक जाने वाली आवाज की दुनिया कायल थी। ओम पुरी अपनी निजी को लेकर भी काफी चर्चा में रहे थे। उन्होंने साल 1991 में डायरेक्टर और राइटर सीमा कपूर से शादी की थी, जो एक्टर अन्नू कपूर की बहन हैं। हालांकि, ओम पुरी और सीमा की शादी 8 महीने तक ही चली। इसके बाद 1993 में ओम पुरी ने जर्नलिस्ट नंदिता पुरी संग ब्याह किया। कपल को एक बेटा हुआ, जिसका नाम ईशान है। साल 2009 में जब नंदिता ने पति पर एक बायोग्राफी लिखी, जिसका नाम है- Unlikely Hero: The Story of Om Puri।
इस बायोग्राफी ने तहलका मचा दिया था, क्योंकि उन्होंने इसमें ऐसे-ऐसे खुलासे किए थे, जिसे सुनकर और पढ़कर लोग दंग रह गए थे। खुद ओम पुरी भी इससे बहुत नाराज हुए थे। 2013 में दोनों के रास्ते हो गए अलग साल 2013 में नंदिता ने ओम पुरी पर घरेलू हिंसा का आरोप लगाया था। इसके बाद दोनों ने अपने रास्ते अलग करने के लिए कानून का सहारा लिया था। 6 जनवरी 2017 को ओम पुरी का 66 साल की उम्र में हार्ट अटैक से निधन हो गया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शबाना ने ओम पुरी को देखकर कह दिया था कि की कैसे लोग एक्टर बनने चले आते हैं। हालांकि बाद में दोनों ने धारावी, मृत्युदंड, अल्बर्ट पिंटो को गुस्सा क्यों आता है, सिटी ऑफ जॉय जैसी फिल्मों में एक्टिंग की थी। ओम पुरी नंदिता से नाराज़ हो गए थे कि आखिर उन्होंने बिना उनकी इज़ाजत के किताब में उनकी निजी जिंदगी से जुड़ी आपत्तिजनक बातें कैसे लिख दी। साल 2017 में ब्रेन हेमरेज के चलते ओम पुरी का निधन हो गया था।
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