By अनन्या मिश्रा | Oct 07, 2023
इस साल के अंत तक मिजोरम में विधानसभा चुनाव होने हैं। आगानी 17 दिसंबर को राज्य की 40 सदस्यीय विधानसभा चुनाव का कार्यकाल समाप्त हो जाएगा। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि इस साल के अंत तक यानी की नवंबर-दिसंबर के बीत विधानसभा चुनाव हो सकता है। इससे पहले राज्य में साल 2018 के नवंबर महीने में विधानसभा चुनाव हुए थे। उस दौरान मिजोरम में मिजो नेशनल फ्रंट पार्टी ने सरकार बनाई और जोरमथांगा वर्तमान में राज्य के मुख्यमंत्री हैं।
MNF ने कांग्रेस को दिखाया था सत्ता से बाहर का रास्ता
बता दें कि पिछले साल राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में एनडीए का हिस्सा मिजो नेशनल फ्रंट ने कांग्रेस को सत्ता से उखाड़ फेंका था। पार्टी ने 40 में से 26 सीटों पर जीत हासिल की थी। ऐसे में इस बार भी MNF पिछले विधानसभा चुनाव की तरह अन्य पार्टियों को क्लीन बोल्ड करने की तैयारियों में जुटी हुई है। वहीं MNF के अलावा कांग्रेस और बीजेपी भी मिजोरम की सत्ता के लिए मजबूत रणनीति तैयार कर रही हैं। हांलाकि मिजोरम में जीत बीजेपी के लिए भी काफी ज्यादा महत्वपूर्ण है। क्योंकि पिछले साल की बीजेपी एक बार फिर वही जादू दोहराना चाहती है।
क्या जोरमथांगा का जादू रहेगा बरकरार
आपको बता दें कि साल 1990 से MNF का नेतृत्व करने वाले ज़ोरमथंगा इससे पहले भी दो बार राज्य के सीएम रह चुके हैं। जिसमें पहली बार वह साल 1998 में और दूसरी बार साल 2008 में सीएम बने थे। इसके बाद उन्होंने तीसरी बाद साल 2018 में सीएम पद की शपथ ली थी। ऐसे में एक बार फिर सीएम की कुर्सी बचाए रखने के लिए जोरमथांगा मजबूत रणनीति के साथ चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं। हांलाकि चुनाव आयोग द्वारा अभी तक चुनाव डेट की ऑफिशियली तौर पर घोषणा नहीं की गई है। लेकिन सीएम जोरमथांगा लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए चुनावी मैदान में उतरेंगे। वहीं जोरामथंगा के मुख्य प्रतिद्वंदी जोराम पीपल्स फ्रंट के नेता लालदुहोमा और कांग्रेस पार्टी से उन्हें कड़ी चुनौती की उम्मीद है।