इंटरनेशनल मड डे: कीचड़ में खेलने को भी कर सकते हैं सेलिब्रेट
इंटरनेशनल मड डे मनाने के कई तरीके हैं, लेकिन सब तरीकों में गंदा होना तय हैं। इस दिन बहुत सी क्रिएटिव एक्टिवीटिज भी होती है जैसे मिट्टी की मूर्तियां या मिट्टी के केक बनाना। इन गतिविधियों में आप बहुत आनंद लेते हैं।
बारिश के बाद हर जगह कीचड़ दिखाई देता है। कोई सकता है कि इस कीचड़ से आपको परेशानी हो रही हो लेकिन आपको यह जानकार आश्चर्य होगा कि दुनिया के कुछ हिस्सों में कीचड़ में खेलने के लिए इंटरनेशनल मड डे मनाया जाता है। तो आइए हम आपको इंटरनेशनल मड डे के बारे में बताते हैं।
इंटरनेशनल मड डे के बारे में खास बात यह इससे मनाने वाले लोग ताजी हवा में सांस लेते हुए एक्सरसाइज करते हैं। मड डे मनाने वालों का मानना है कि बैक्टीरिया की एक निश्चित मात्रा के संपर्क में आना हमारे लिए अच्छा है, क्योंकि यह इम्यून सिस्टम को बढ़ाने में मदद करता है। कीचड़ में बहुत से खनिज होते हैं जो आपको सेहतमंद बनाता है।
इसे भी पढ़ें: योग से शुरू होता है जीवन निर्माण का नया दौर
जानें इंटरनेशनल मड डे की हिस्ट्री
इंटरनेशनल मड डे मनाने वालों लोगों का एकमात्र उद्देश्य धरती के सभी बच्चों को एक-दूसरे के करीब लाने में मदद करता है। इंटरनेशनल मड डे 2009 में ऑस्ट्रेलिया के गिलियन मैकऑलिफ और नेपाल के बिष्णु भट्टा ने मिलकर मनाने का फैसला किया था। इसके बाद दुनिया भर के शिक्षकों, बच्चों और परिवारों को प्रेरित कर हॉलैंड से लेकर नेपाल तक तथा संयुक्त राज्य अमेरिका में हर साल 29 जून को सभी मिलकर इंटरनेशनल मड डे मनाते हैं। इस दिन सभी लोग बिना किसी भेदभाव के कीचड़ में एक साथ खेलते हैं।
इंटरनेशनल मड डे मनाने के तरीके
इंटरनेशनल मड डे मनाने के कई तरीके हैं, लेकिन सब तरीकों में गंदा होना तय हैं। इस दिन बहुत सी क्रिएटिव एक्टिवीटिज भी होती है जैसे मिट्टी की मूर्तियां या मिट्टी के केक बनाना। इन गतिविधियों में आप बहुत आनंद लेते हैं। इस दिन का आनंद लेने के लिए एक और आसान तरीका है कि ब्लो-अप पूल का इस्तेमाल करके घर का बना मिट्टी का गड्ढा बनाया जाए। न केवल यह सस्ता है, बल्कि यह एक अच्छा अनुभव है।
इसे भी पढ़ें: योग से खत्म होती है मनुष्य के अन्दर की नकारात्मकता
इंटरनेशनल मड डे 2019
इस साल, इंटरनेशनल मड डे शनिवार 29 जून 2019 को मनाया जा रहा है। इसका उद्देश्य मिट्टी में खेलकर, धरती के जरिए पूरे विश्व में बच्चों को जोड़ना है। इसका मकसद दुनिया भर के बच्चों में भेदभाव मिटाकर कर भाईचारा कायम करना है। कीचड़ में खेलना बचपन का एक स्वाभाविक हिस्सा है और बच्चों के संवेदनशील विकास के लिए मूल्यवान है, रचनात्मकता का एक स्रोत है तथा रिसर्च बताता है कि यह बच्चों के सम्पूर्ण विकास के लिए लाभदायी है।
नेपाल के कुछ हिस्सों में विशेष समुदाय के लोग इस खेल में हिस्सा लेते हैं तथा पारंपरिक संगीत की धुन पर थिरकते हैं। इसके अलावा वे जंगली जानवरों को भी समारोह में शामिल करते हैं। नेपाल में, मड डे चावल उगाने वाले मौसम के प्रारम्भ में मनाया जाता है। मड डे कुदरत का त्यौहार है जो चावल बोने के लिए बेहतरीन मौहाल देता है जो बाद में खास कम्यूनिटी को बनाए रखने में मदद करेगा।
इंटरनेशनल मड डे हर साल 29 जून को मनाया जाता है। इंटरनेशनल मड डे लोगों को कुदरत से जोड़ने का दिन है। इस दिन सभी किस्म के भेदभाव को भुलाकर दोस्तों को बुलाएं तथा कीचड़ में मस्ती करें। यह उत्सव आपको अपनी मिट्टी से जुड़ने का मौका देता है।
प्रज्ञा पाण्डेय
अन्य न्यूज़