Varanasi Bomb Blast Case: आज ही के दिन 2006 बम धमाकों से दहल गया था काशी, हादसे में 18 लोगों की हुई थी मौत

Varanasi Bomb
प्रतिरूप फोटो
ANI
Prabhasakshi News Desk । Mar 7 2025 10:49AM

2006 में वाराणसी में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों की आज बरसी है। 7 मार्च को आतंकियों ने तीन जगहों पर इस घटना को अंजाम दिया था। जिसमें कुल 18 निर्दोष लोगों की मौत हुई थी। हालांकि इस मामले के दोषी आतंकवादियों को फांसी की सजा हो चुकी है। इसके बावजूद भी लोग इस घटना को याद करके सहम जाते हैं।

साल 2006 में वाराणसी में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों की आज बरसी है। 7 मार्च को आतंकियों ने तीन जगहों पर इस घटना को अंजाम दिया था। जिसमें कुल 18 निर्दोष लोगों की मौत हुई थी। हालांकि इस मामले के दोषी आतंकवादियों को फांसी की सजा हो चुकी है। इसके बावजूद भी लोग इस घटना को याद करके सहम जाते हैं। वाराणसी के लिए वो दिन दिल दहला देने वाला था। शहर में तीन जगहों को सिलसिलेवार बम धमाके हुए थे। जिनमें 18 लोगों की मौत हो गई थी, वहीं 50 लोग घायल हुए थे। इस मामले की सुनवाई के लिए मुकदमे को वाराणसी कोर्ट से गाजियाबाद कोर्ट स्थानांतरण कर दिया था।

कैंट स्टेशन पर हुआ था सबसे ज्यादा नुकसान

बम विस्फोट के इन मामलों में हत्या, हत्या का प्रयास, चोटिल व अंग भंग करने, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम व आतंकी गतिविधि के आरोप में अदालत आतंकी वलीउल्लाह को दोषी करार दे चुकी है जबकि जीआरपी वाराणसी थाना क्षेत्र में वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन पर प्रथम श्रेणी के विश्राम कक्ष के सामने हुए धमाके, जिसमें 11 लोग मारे गए थे और 50 लोग घायल हुए थे। इसमें साक्ष्यों के अभाव में अदालत उसे बरी कर चुकी है। मामले को लेकर वाराणसी में अधिवक्ताओं ने वलीउल्लाह की पैरवी करने से मना कर दिया था। हाई कोर्ट के आदेश पर 24 दिसंबर 2006 को यह मामला सुनवाई के लिए गाजियाबाद स्थानांतरित हुआ था।

लंका क्षेत्र में हुआ था पहला धमाका

वाराणसी के लंका थाना क्षेत्र में संकटमोचन मंदिर में पहला बम धमाका सात मार्च को शाम 6.15 बजे हुआ था। जिसमें कुल सात लोग मारे गए थे जबकि 26 घायल हुए थे। उसी दिन 15 मिनट के बाद 6.30 बजे दशाश्वमेध घाट थानाक्षेत्र में जम्मू रेलवे फाटक की रेलिंग के पास कुकर बम मिला था। पुलिस की मुस्तैदी के चलते यहां विस्फोट होने से बचा गया था।

सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को किया था ढेर

इन बम धमाकों के बाद तीन एफआईआर अज्ञात आरोपितों के खिलाफ दर्ज हुई थी। आरोपितों के नाम पुलिस की विवेचना के दौरान सामने आए। तीनों मामलों में वलीउल्लाह के अलावा बशीर, जकारिया, मुस्तफीज व मोहम्मद जुबैर भी आरोपित थे। मोहम्मद जुबैर नौ मई 2006 को जम्मू कश्मीर में एलओसी पर पुलिस मुठभेड़ में मारा जा चुका है। वह बागपत के टाडा गांव का रहने वाला था। बशीर, जकारिया, मुस्तफीज जो बांग्लादेश के रहने वाले हैं। इन्हें पुलिस आज तक नहीं पकड़ पाई है।

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