Lockdown के छठे दिन संभला देश, नियम उल्लंघन करने वालों पर सख्त हुईं सरकारें
कोरोना वायरस के कारण देशव्यापी लॉकडाउन के चलते बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूरों के अपने गृहनगरों एवं गांवों की ओर पैदल ही लौटने की घटनाओं का संज्ञान लेते हुए उच्चतम न्यायालय ने सोमवार को टिप्पणी की कि ‘‘भय एवं दहशत’’ कोरोना वायरस से बड़ी समस्या बनती जा रही है।
कोविड-19 के संकट से युद्धस्तर पर लड़ाई के बीच सोमवार को देश में इसके संक्रमण के 92 नये पुष्ट मामले दर्ज किये गये और कम से कम चार लोगों की मौत हो गयी लेकिन सरकार का कहना है कि भारत में अभी यह सामुदायिक संक्रमण के तीसरे चरण में नहीं पहुंचा है। सरकार ने यह भी कहा कि 21 दिन की लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाने की तत्काल कोई योजना नहीं है जिसका सोमवार को छठा दिन है, वहीं भारतीय सेना ने अगले महीने संभावित आपातकाल की घोषणा के बारे में सोशल मीडिया पर जारी एक ‘फर्जी’ पोस्ट को खारिज कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये सामाजिक कार्यों में लगे लोगों से बातचीत की और उनसे कोरोना वायरस पर भ्रामक सूचनाओं ओर अंधविश्वास का मुकाबला करने को भी कहा। उन्होंने कहा कि लोग आस्था के नाम पर सामाजिक मेलजोल से दूरी बनाकर रखने के नियम की अवहेलना कर रहे हैं।
इसे भी पढ़ें: कोरोना के खात्मे की प्रयोगभूमि बनेगा भारत, बस सबके साथ की जरूरत है
मुख्यमंत्री ने अफसरों को फटकार लगाई
जनपद गौतमबुधनगर में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को स्थानीय अफसरों पर जमकर बरसे। मुख्यमंत्री ने गौतमबुधनगर विश्वविद्यालय में जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, नोएडा ग्रेटर, नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों, पुलिस अधिकारियों तथा उत्तर प्रदेश शासन के कई वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक के दौरान उन्होंने जनपद के जिलाधिकारी बीएन सिंह तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी अनुराग भार्गव को जमकर फटकारा। मुख्यमंत्री ने कड़े शब्दों में उन्हें चेतावनी देते हुए कहा, ‘‘आप लोगों की लापरवाही से यहां पर कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से बढा है।’’
नीतीश ने भी दी चेतावनी
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को मुख्य सचिव को निर्देश दिया कि प्रदेश के जो लोग बाहर फंसे हुये हैं, उन्हें फोन करके उनकी समस्याओं और उन्हें मिल रही सुविधाओं के बारे में जानकारी ली जाय तथा उन्हें जो भी समस्यायें हो रही हैं उनके समाधान के लिए अविलंब कार्रवाई करते हुये उन्हें सहायता उपलब्ध करायी जाये। पटना के एक अणे मार्ग में सोमवार को उच्चस्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री ने बाहर फंसे हुए प्रदेशवासियों को आ रही समस्याओं तथा मुख्यमंत्री आवास के दूरभाष, स्थानिक आयुक्त के हेल्पलाइन नंबर तथा आपदा प्रबंधन विभाग के हेल्पलाइन नम्बर पर फंसे हुये लोगों से प्राप्त सूचनाओं के संबंध में गहन समीक्षा की।
कोरोना वायरस से मरने वालों का किया जाएगा दाह संस्कार
बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने सोमवार को कहा कि मुंबई में कोरोना वायरस से मरने वाले व्यक्तियों का दाह संस्कार किया जाएगा चाहे वे किसी भी धर्म से ताल्लुक रखते हों। बीएमसी आयुक्त प्रवीण परदेशी ने इस संबंध में एक परिपत्र जारी किया। परिपत्र में कहा गया है कि कोविड-19 से मरने वाले व्यक्तियों का दाह संस्कार किया जाएगा चाहे वे किसी भी धर्म से संबंधित हों। इसमें यह भी उल्लेख किया गया है कि कोविड-19 से मरने वाले किसी व्यक्ति के अंतिम क्रिया-कर्म के दौरान केवल पांच लोग ही मौजूद रह सकते हैं और इस दौरान शव को छूने से बचा जाना चाहिए।
मोदी ने विदेशी मिशन प्रमुखों से की वार्ता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के संकट को देखते हुये 130 देशों में भारतीय मिशन के प्रमुखों से विदेशों में मौजूद भारतीय नागरिकों तक अपनी पहुंच बनाकर उन्हें हरसंभव सहायता उपलब्ध कराने को कहा है। कोरोना के वैश्विक संक्रमण को देखते हुये मोदी ने सोमवार को इन देशों में भारतीय मिशन प्रमुखों के साथ वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिये समीक्षा बैठक में कहा कि कोरोना के कारण उत्पन्न असाधारण स्थितियों से निपटने के लिये असाधारण उपाय करने होंगे। विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान के अनुसार मोदी ने लगभग 75 मिनट तक चली बैठक में राजनयिकों से विदेशों में मौजूद भारतीय नागरिकों की हरसंभव सहायता के लिये पांच सूत्रीय कार्ययोजना को भी अमल में लाने को कहा। बैठक में मौजूद चीन, अमेरिका, ईरान, इटली, जर्मनी, नेपाल, अबूधाबी, अफगानिस्तान और दक्षिण कोरिया में भारतीय मिशन प्रमुख ने इन देशों में स्थिति से निपटने के लिये किये जा रहे उपायों की जानकारी भी दी।
इसे भी पढ़ें: एक कोरोना ने पूरी दुनिया को भारतीय संस्कारों को मानने पर बाध्य कर दिया
निजामुद्दीन में मरकज़ के इज्तिमा में दो हजार लोगों ने शिरकत की
दक्षिण दिल्ली के निजामुद्दीन पश्चिम इलाके में एक से 15 मार्च के बीच तबलीग-ए-जमात के इज्तिमे (मजहबी मकसद से एक खास जगह जमा होना) में दो हजार से ज्यादा लोगों ने शिरकत की थी। इनमें इंडोनेशिया और मलेशिया के लोग भी शामिल थे। अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि कुछ लोगों के कोरोना वायरस से संपर्क में आने की आशंका के बाद इलाके को सील कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि बड़ी संख्या में लोगों में बीमारी के लक्षण दिखने की रिपोर्टों के बाद दिल्ली पुलिस और सीआरपीएफ के अफसरों और मेडिकल टीमें रविवार रात इलाके में गई थी। कम से कम 100 लोगों के नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं। इनकी रिपोर्ट मंगलवार तक आने की उम्मीद है। मुस्लिम संगठन तबलीग-ए-जमात के मुख्यालय और घरों समेत पूरे इलाके को काट दिया गया है। इस इज्तिमे में सऊदी अरब, इंडोनेशिया, दुबई, उज्बेकिस्तान और मलेशिया सहित कई देशों के प्रचारकों ने हिस्सा लिया। भारत के अलग अलग हिस्सों से आए करीब 600 लोगों ने भी इसमें हिस्सा लिया।
ममता बनर्जी की चेतावनी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि जो कोई भी कोविड-19 के मरीजों के उपचार में लगे स्वास्थ्य कर्मियों का बहिष्कार करेगा, उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। बनर्जी ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिए उनकी सरकार सभी जिलों में नोडल अस्पताल स्थापित करेगी। उन्होंने कहा, “स्वास्थ्य कर्मियों का बहिष्कार करने या ऐसा प्रयास करने वाले किसी भी व्यक्ति को तत्काल गिरफ्तार किया जाएगा। कानून अपना काम करेगा। स्वास्थ्य कर्मी लोगों को बचाने के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगा रहे हैं।”
उद्योग जगत की माँग
उद्योग संघों ने मौजूदा आर्थिक परिस्थिति और कोरोना वायरस महामारी के विस्तार को देखते हुये 31 मार्च को समाप्त होने जा रहे मौजूदा वित्त वर्ष की अवधि को जून अंत तक बढ़ाने की मांग की है। उद्योग मंडल सीआईआई, फिक्की और एसोचैम के प्रतिनिधियों ने पिछले सप्ताह कारपोरेट कार्य मंत्रालय के अधिकारियों से मुलाकात कर उनके समक्ष खड़े मुद्दों को उठाया और विभिन्न प्रकार के सुझाव दिये।
तरह-तरह के बहाने
गुजरात के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शिवानंद झा ने सोमवार को कहा कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए किए गए लॉकडाउन के दौरान लोग नियमों को नहीं मान रहे हैं और कुछ लोग तो अधिकारियों को चकमा देने के लिए थैले में टमाटर लेकर बाहर टहलने निकल रहे हैं। झा ने कहा कि अनावश्यक बाहर घूमने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और उनका वाहन जब्त कर लिया जाएगा। झा ने गांधीनगर में कहा, “हमने देखा है कि शहरों में कुछ लोग सामाजिक दूरी का ध्यान नहीं रख रहे हैं। लोग क्रिकेट खेल रहे हैं, सार्वजनिक स्थानों पर बैठ रहे हैं और यहां तक कि थैले में टमाटर लेकर टहल रहे हैं ताकि यह दिखा सकें कि वे सब्जी खरीदने निकले हैं। पुलिस यह बर्दाश्त नहीं करेगी।” डीजीपी ने दुकानों पर भीड़ कम करने के लिए दुकानदारों से घर तक सामान पहुंचाने की व्यवस्था करने या टोकन शुरू करने को कहा है।
इसे भी पढ़ें: सिर्फ अपनी बादशाहत के लिए चीन ने पूरी दुनिया को मौत के मुँह में झोंक दिया है
कोरोना के मरीज के घर चोरी
जम्मू-कश्मीर के बांदीपुरा जिले में कोरोना वायरस से संक्रमित एक व्यक्ति के घर में चोरी हो जाने का मामला सामने आया है। कोरोना का मरीज एक राजकीय अस्पताल में भर्ती है और घर के अन्य सदस्य एक पृथक केंद्र में हैं। पुलिस के एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि चोरों ने जिले के हाजिन क्षेत्र के सदरकूट बाला इलाके में एक घर में रात में चोरी की और कीमती सामान ले गए। उन्होंने बताया कि पूरा परिवार पृथक केंद्र में है और घर में कोई नहीं था। चोरों ने इसका फायदा उठाते हुए घर से कीमती सामान गायब कर दिये। पुलिस के अनुसार चोर घर से कुछ सूटकेस ले गए और वहां से करीब एक सौ मीटर की दूरी पर उन्हें खोलकर देखा। घर के अन्य सामान मौजूद हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जांच में फॉरेंसिक टीमों की भी मदद ली जाएगी।
वुहान के सीफूड मार्केट में सन्नाटा
चीन में वुहान के जिस सीफूड बाजार ने महामारी को जन्म देकर पूरी दुनिया को घुटने के बल ला दिया, वहां अब वीरानगी छायी हुई है। हुआनान सीफूड मार्केट को देखने से इस बात का पर्याप्त सुराग मिलता है कि यहां कुछ जहरीला था। इलाके की पुलिस टेप से घेराबंदी की गयी है, जगह जगह बैरियर लगे हैं और कर्मचारी सिर से पांव तक सुरक्षा सूट पहने विशेष उपकरणों के साथ घूम रहे हैं। पहले चीनी रोग नियंत्रण अधिकारियों ने इस बाजार में बिकने वाले जंगली जानवरों को कोरोना वायरस महामारी के स्रोत के रूप में पहचान की थी। इस महामारी से दुनिया में अब तक 33,000 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है और वैश्विक अर्थव्यवस्था चरमरा गयी है।
-नीरज कुमार दुबे
अन्य न्यूज़