अमेरिकी ओपन: कोको गॉफ और आर्यना सबालेंका में होगा खिताबी मुकाबला

Coco Gough
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वह पहला सेट जीतने के बाद जब दूसरे सेट में 1-0 से आगे चल रही थी तो चार प्रदर्शनकारियों ने खेल में बाधा डाली। इन चारों को गिरफ्तार करके बाहर कर दिया गया। इस कारण लगभग 50 मिनट तक खेल रुका रहा और इस बीच दोनों खिलाड़ियों ने लॉकर रूम में समय बिताया।

कोको गॉफ और आर्यना सबालेंका ने कुछ विषम पलों से गुजरने के बाद पहली बार अमेरिकी ओपन टेनिस टूर्नामेंट के महिला एकल के फाइनल में प्रवेश किया। फ्लोरिडा की रहने वाली 19 वर्षीय गॉफ ने पर्यावरण कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शन के कारण पड़े व्यवधान और चेक गणराज्य की 27 वर्षीय करोलिना मुचोवा की चुनौती से पार पाकर 6-4, 7-5 से जीत दर्ज करके पहली बार फ्लशिंग मीडोज में खिताबी मुकाबले में जगह बनाई। दूसरी वरीयता प्राप्त सबालेंका ने पहला सेट आसानी से गंवाने के बाद शानदार वापसी की और अमेरिका की मेडिसन कीज को0-6, 7-6 (1), 7-6 (10-5)से हराकर फाइनल में प्रवेश किया।

बेलारूस की 25 वर्षीय खिलाड़ी और ऑस्ट्रेलियाई ओपन चैंपियन सबालेंका का ग्रैंड स्लैम सेमीफाइनल में रिकॉर्ड 1-5 था और एक समय ऐसा लग रहा था कि वह फ्लशिंग मीडोज पर फिर से सेमीफाइनल से आगे नहीं बढ़ पाएगी। कीज ने पहला सेट 30 मिनट में जीतने के बाद दूसरे सेट में भी 5-3 से बढ़त हासिल कर रखी थी लेकिन इसके बाद सबालेंका ने जबर्रदस्त वापसी की। सबालेंका ने मैच के बाद कहा,‘‘ आपको प्रयास जारी रखने होते हैं और मैंने भी ऐसे ही किया। आपको यह सोचना चाहिए कि हो सकता है कि आप मैच का पासा पलट दो। मेरा सौभाग्य कहो या चमत्कार मैं नहीं जानती लेकिन मैं इस मैच में पासा पलटने में सफल रही।’’

सबालेंका अगर हार भी जाती तो तब भी उनका सोमवार को जारी होने वाली डब्ल्यूटीए रैंकिंग में नंबर एक पर पहुंचना तय था। फ्रेंच ओपन 2022 की उपविजेता गॉफ ने दर्शकों के अपार समर्थन के बीच छठे मैच प्वाइंट पर जीत दर्ज की। अमेरिका की खिलाड़ी दूसरे सेट में 5-3 के स्कोर पर मैच के लिए सर्विस कर रही थी। उन्होंने तब पहला मैच प्वाइंट गंवाया। छठी वरीयता प्राप्त गॉफ इस बीच दर्शकों से और समर्थन की अपील करती रही और आखिर में मुचोवा को हराने में सफल रही। वह पिछले 22 वर्षों में फ्लशिंग मीडोज में फाइनल में पहुंचने वाली पहली अमेरिकी किशोरी हैं। उनसे पहले 2001 में सेरेना विलियम्स ने यह मुकाम हासिल किया था। गॉफ ने मैच के बाद कहा,‘‘ मैं इस टूर्नामेंट को देखते हुए बड़ी हुई हूं, इसलिए फाइनल में जगह बनाना मेरे लिए काफी मायने रखता है।

यह जश्न का समय है लेकिन अभी काम पूरा नहीं हुआ है और उम्मीद है कि शनिवार को होने वाले फाइनल में आप सभी मेरा समर्थन करने के लिए आएंगे।’’ वह पहला सेट जीतने के बाद जब दूसरे सेट में 1-0 से आगे चल रही थी तो चार प्रदर्शनकारियों ने खेल में बाधा डाली। इन चारों को गिरफ्तार करके बाहर कर दिया गया। इस कारण लगभग 50 मिनट तक खेल रुका रहा और इस बीच दोनों खिलाड़ियों ने लॉकर रूम में समय बिताया।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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