Coronavirus से ओलंपिक की तैयारियों पर असर, भारतीय खिलाड़ियों की बढ़ी चिंता
कोरोना वायरस के कारण उनकी तैयारियां प्रभावित हुई है। पी वी सिंधू ने कहा कि वह साथी बैडमिंटन खिलाड़ियो की चिंताओं को समझ सकती हैं। इनमें हमवतन साइना नेहवाल भी शामिल है जिनके लिये कई टूर्नामेंटों के रद्द होने से क्वालीफाई करना मुश्किल होता जा रहा है। ओलंपिक खेल 24 जुलाई से शुरू होंगे।
नयी दिल्ली। कोरोना वायरस के कारण उनकी तैयारियां प्रभावित हुई है लेकिन पी वी सिंधू और बजरंग पूनिया जैसे शीर्ष भारतीय खिलाड़ियों को उम्मीद है कि विश्व भर में इस घातक बीमारी फैलने के बावजूद तोक्यो ओलंपिक पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार होंगे। ओलंपिक रजत पदक विजेता सिंधू ने कहा कि वह साथी बैडमिंटन खिलाड़ियो की चिंताओं को समझ सकती हैं। इनमें हमवतन साइना नेहवाल भी शामिल है जिनके लिये कई टूर्नामेंटों के रद्द होने से क्वालीफाई करना मुश्किल होता जा रहा है। ओलंपिक खेल 24 जुलाई से शुरू होंगे।
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सिंधू ने चौथे टीओआईएसए पुरस्कारों के अवसरों पर कहा, ‘‘अभी तक आल इंग्लैंड चैंपियनशिप स्थगित नहीं हुई है। सब कुछ सही चल रहा है लेकिन कोराना वायरस तेजी से फैल रहा है। आखिर में मुझे सरकार के फैसले को मानना होगा कि क्या करना चाहिए। ’’उन्होंने कहा, ‘‘यह (कोरोना वायरस) अभी आया और तेजी से फैल गया है। ओलंपिक वर्ष में ऐसा होना बुरा है। कुछ टूर्नामेंट रद्द कर दिये गये हैं इसलिए हमें इंतजार करना होगा और देखते हैं क्या होता है। ’’उनके मेंटोर और राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद ने कहा कि ओलंपिक खिलाड़ियों के सबसे महत्वपूर्ण होता है लेकिन लोगों का स्वास्थ्य हमेशा पहली प्राथमिकता होनी चाहिए।
गोपीचंद ने कहा, ‘‘राष्ट्रमंडल, एशियाई खेल या विश्व चैंपियनशिप में हमने ऐसी समस्या नहीं देखी। हमारे लिये ओलंपिक चार साल में आता है और यह जीवन का महत्वपूर्ण मौका होता है। लोग तैयारियां करते हैं, रणनीति बनाते हैं और अपने सपने सच करने की कोशिश करते हैं। ’’उन्होंने कहा, ‘‘अगर चीजें सही रहती है तो ओलंपिक होंगे लेकिन अगर चीजें अनुकूल नहीं रहती तो मेरा मानना है कि नागरिकों की सुरक्षा और स्वास्थ्य सुनिश्चित करना प्राथमिकता होनी चाहिए। ’’
कोरोना वायरस के कारण 3300 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और 85 देशों के लगभग एक लाख लोग इससे संक्रमित हैं। चीन, इटली, कोरिया, जापान और ईरान इससे सबसे अधिक प्रभावित देश हैं। पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा, ‘‘हमें अभ्यास के लिये देश से बाहर जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कई देशों की यात्रा करने पर प्रतिबंध है जिससे हमारी तैयारियां प्रभावित हो रही है। हम अभ्यास के लिये रूस जा रहे हैं लेकिन एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर स्थगित होने के बाद कुछ पहलवान परेशान हैं। ’’उन्होंने कहा, ‘‘मैंने अपनी दिनचर्या में कोई बदलाव नहीं किया है। मुझे लगता है कि लोगों को बहुत अधिक नहीं डरना चाहिए। एक खिलाड़ी होने के कारण मैं यह सोचे बिना कि ओलंपिक स्थगित होंगे या नहीं, अपनी तैयारियां जारी रखूंगा। ओलंपिक के बारे में फैसला करना आयोजकों और आईओसी का काम है। ’’
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अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) और तोक्यो खेल आयोजकों ने कहा कि कोरोना वायरस की चिंताओं के बावजूद खेल पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार होंगे। फर्राटा धाविका दुती चंद ने अभी तक तोक्यो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई नहीं किया है। उन्होंने कहा कि अगर अधिकतर देश उसमें भाग नहीं लेते हैं तो ओलंपिक का आयोजन नहीं किया जाना चाहिए। दुती ने कहा, ‘‘मेरा काम दौड़ना है इसलिए यह फैसला सरकार को करना है कि मुझे अभ्यास के लिये बाहर भेजना चाहिए या नहीं। विदेशों में मेरी तीन प्रतियोगिताएं रद्द कर दी गयी हैं। मैंने टिकट ले लिया था लेकिन कोरोना वायरस के कारण मुझे वीजा नहीं मिला। ’’
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