भारतीय टीम मलेशिया से हारकर एचडब्ल्यूएल सेमीफाइनल से बाहर
भारतीय टीम क्वार्टरफाइनल में मलेशिया के हाथों 2-3 की शिकस्त झेलकर हॉकी विश्व लीग सेमीफाइनल से बाहर हो गयी। यह कड़ा मुकाबला रहा, जिसमें दोनों टीमों ने काफी तेज खेल दिखाया।
लंदन। भारतीय टीम क्वार्टरफाइनल में मलेशिया के हाथों 2-3 की शिकस्त झेलकर हॉकी विश्व लीग सेमीफाइनल से बाहर हो गयी। यह कड़ा मुकाबला रहा, जिसमें दोनों टीमों ने काफी तेज खेल दिखाया। लेकिन इस हार के लिए भारतीयों को खुद को दोषी ठहराना होगा क्योंकि उन्होंने शुरू के 20 मिनट काफी लचर खेल दिखाया और कुछ बेकार डिफेंस ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। भारत ने सात पेनल्टी कार्नर गंवाये, जिसमें से तीन का मलेशिया ने फायदा उठाकर गोल दागे। राजी रहीम (19वें और 48वें मिनट) ने दो जबकि तेंगकु ताजुद्दीन ने एक गोल दागा। भारत के लिए गोल रमनदीप सिंह (24वें और 26वें मिनट) ने किये। इस जीत की बदौलत मलेशिया ने अगले साल भारत में होने वाले विश्व कप के लिए क्वालीफाई कर लिया। भारत के लिए यह दो से कम महीनों में मलेशिया के खिलाफ दूसरी हार है। रोलेंट ओल्टमेंस के खिलाड़ियों को पिछले महीने अजलन शाह कप में इसी प्रतिद्वंद्वी से 0-1 से पराजय का मुंह देखना पड़ा था। अब मलेशियाई टीम शनिवार को होने वाले सेमीफाइनल में मौजूदा ओलंपिक चैम्पियन और दुनिया की नंबर एक टीम अर्जेटीना से भिड़ेगी। अर्जेटीना ने इस मैच से पहले क्वार्टरफाइनल में पाकिस्तान को मात दी।
विश्व रैंकिंग में छठे स्थान पर काबिज भारतीय टीम को 14वें स्थान पर काबिज मलेशिया के खिलाफ प्रबल दावेदार माना जा रहा था लेकिन नतीजा उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा और मैच के शुरूआती 23 मिनट तो काफी खराब रहे। भारतीय खिलाड़ी काफी धीमे थे और थके हुए लग रहे थे। वहीं मलेशियाई टीम का डिफेंस काफी एकजुट था और उसने भारत की बैकलाइन को परेशान भी किया। मलेशिया ने दबाव बनाकर दो पेनल्टी कार्नर हासिल किये लेकिन दोनों बरबाद हो गये। पहला क्वार्टर गोलरहित रहा। मलेशिया ने आक्रामक खेल जारी रखा और 17वें मिनट में नाबिल नूर अकेल भारतीय सर्कल में पहुंच गये लेकिन गोलकीपर विकास दहिया ने उन्हें रोक दिया। दो मिनट बाद उसने दूसरा पेनल्टी कार्नर हासिल किया लेकिन इस बार दहिया रहीम को नहीं रोक सके।एक मिनट बाद मलेशिया ने अपनी बढ़त दोगुनी कर दी, जिसमें ताजुद्दीन ने चौथे पेनल्टी कार्नर में गोल किया। दो गोल से पिछड़ने के बाद भारत ने मजबूत वापसी करते हुए दो मिनट के अंदर दो गोल दाग दिये। रमनदीप ने सुमित के क्रस पर शानदार गोल किया। दो मिनट बाद वह फिर से सही समय पर सही जगह पहुंच गये और उन्होंने टीम को 2-2 से बराबरी दिला दी। छोर बदलने के बाद भारतीयों ने दबदबा बनाये रखा और तेजी से दो पेनल्टी कार्नर हासिल किये लेकिन एक बार फिर हरमनप्रीत सिंह विफल रहे। भारतीयों ने जहां आक्रामक हॉकी खेली, वहीं मलेशियाई खिलाड़ियों ने रक्षात्मक और जवाबी हमला करने को तरजीह दी।मलेशिया की यह रणनीति कारगर रही और उन्होंने 48वें मिनट में दो और पेनल्टी कार्नर बनाये, जिसमें से दूसरे में रहीम ने दिन का अपना दूसरा गोल किया। भारतीयों ने अंतिम 10 मिनट में काफी आक्रामकता दिखायी और उन्हें गोल करने के तीन मौके भी मिले, पर वे इसमें गोल नहीं कर सके और हार को नहीं टाल सके।
अन्य न्यूज़