मेडल टैली में चौथे नंबर पर भारत, निकहत जरीन ने लगाई गोल्डन हैट्रिक, कॉमनवेल्थ गेम्स में आया 48वां पदक
निकहत ज़रीन ने स्वर्ण पदक की हैट्रिक पूरी की क्योंकि युवा मुक्केबाज ने अपना दूसरा स्ट्रैंड्जा मेमोरियल बॉक्सिंग टूर्नामेंट और विश्व चैंपियनशिप स्वर्ण पदक जीतने के बाद सीजन का अपना तीसरा बड़ा स्वर्ण पदक जीता।
विश्व चैंपियन निकहत ज़रीन ने ब्रिटेन के बर्मिंघम में राष्ट्रमंडल खेलों 2022 में महिलाओं के 50 किग्रा फ्लाईवेट में स्वर्ण पदक जीता। जरीन ने आयरलैंड की कार्ली मैकनॉल को हराकर अपना पहला राष्ट्रमंडल खेलों का स्वर्ण पदक जीता। निकहत ज़रीन ने स्वर्ण पदक की हैट्रिक पूरी की क्योंकि युवा मुक्केबाज ने अपना दूसरा स्ट्रैंड्जा मेमोरियल बॉक्सिंग टूर्नामेंट और विश्व चैंपियनशिप स्वर्ण पदक जीतने के बाद सीजन का अपना तीसरा बड़ा स्वर्ण पदक जीता। निकहत ने इंग्लैंड की स्टबले अल्फिया सवाना को 5-0 से हराकर महिलाओं के 50 किग्रा वर्ग के फाइनल में प्रवेश किया था। यह राष्ट्रमंडल खेलों 2022 में भारत का छठा मुक्केबाजी पदक और तीसरा स्वर्ण पदक भी था। दो बार की युवा विश्व चैंपियन नीतू घंगास और अमित पंघाल ने भी अपने-अपने फाइनल मैच जीते हैं। टीम इंडिया का कॉमनवेल्थ गेम्स में यह 48वां मेडल है।
जून 2022 में महिला विश्व बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर तहलका मचा दिया था। जरीन महिला विश्व बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में गोल्ड जीतने वाली पांचवीं भारतीय महिला बॉक्सर बनी थीं। निकहत ने हाल में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। उन्होंने राष्ट्रीय चैंपियनशिप में खिताब जीता और इसके बाद प्रतिष्ठित स्ट्रेंडजा मेमोरियल टूर्नामेंट और फिर विश्व चैंपियनशिप में भी स्वर्ण पदक हासिल किये। निकहत 52 किग्रा में खेलती हैं लेकिन राष्ट्रमंडल खेलों में उन्हें 50 किग्रा में भाग लिया और गोल्ड मेडल अपने नाम किया।
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