दुनिया भर से दबाव के बावजूद लापता टेनिस स्टार पर चीन खामोश

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प्रतिरूप फोटो

चीन के इस पहले ‘ मी टू’ मामले को घरेलू मीडिया में जगह नहीं मिली है और इस पर आनलाइन बहस भी सेंसर कर दी गई है। महिला टेनिस संघ के सीईओ और अध्यक्ष स्टीव साइमन ने उन्हें भेजे गई ईमेल की वैधता पर सवाल उठाये हैं।

ताइपे| चीन की एक पेशेवर टेनिस खिलाड़ी का कथित ईमेल चीनी मीडिया द्वारा ट्विटर पर डाले जाने के बाद दुनिया भर में खिलाड़ियों और अन्य ने उसकी कुशलक्षेम और सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है।

अभी तक दुनिया भर से उठ रहे सवालों का जवाब नहीं मिला है। चीनी अधिकारियों ने सार्वजनिक तौर पर कुछ नहीं कहा है।

दो सप्ताह पहले ग्रैंडस्लैम युगल चैम्पियन फेंग शुआइ ने आरोप लगाया था कि एक पूर्व शीर्ष सरकारी अधिकारी ने उनका यौन शोषण किया है।

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चीन के इस पहले ‘ मी टू’ मामले को घरेलू मीडिया में जगह नहीं मिली है और इस पर आनलाइन बहस भी सेंसर कर दी गई है। महिला टेनिस संघ के सीईओ और अध्यक्ष स्टीव साइमन ने उन्हें भेजे गई ईमेल की वैधता पर सवाल उठाये हैं।

इसमें फेंग ने कहा है कि वह सुरक्षित है और उत्पीड़न के आरोप गलत हैं। चीन के सरकारी प्रसारक सीसीटीवी की अंतरराष्ट्रीय ईकाई सीजीटीएन ने गुरूवार को यह ईमेल पोस्ट किया।

साइमन ने कहा है कि उन्हें यकीन नहीं है कि वह ईमेल शुआइ ने लिखा है और उन्होंने मामले की पूरी जांच की मांग की है।

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उन्होंने कहा कि उचित जवाब नहीं मिलने पर चीन से टूर्नामेंटों की मेजबानी छीनी जा सकती है। नाओमी ओसाका और नोवाक जोकोविच ने भी इस मामले पर ट्वीट किया है।आनलाइन ‘वेयर इज फेंग शुआइ’ ट्रेंड कर रहा है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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