भारत-पाक मैच से पहले मचा बवाल, कप्तान बदलने पर रोहन बोपन्ना का AITA पर फूटा गुस्सा
बोपन्ना के बयान का जवाब देते हुए एआईटीए महासचिव हिरण्यमय चटर्जी ने कहा कि खिलाड़ियों का काम खेलना है , नीतिगत फैसलों में दखल देना नहीं। उन्होंने कहा कि वे अपनी सहूलियत के मुताबिक बर्ताव कर रहे हैं।
नयी दिल्ली। रोहन बोपन्ना ने पाकिस्तान के खिलाफ डेविस कप मुकाबले के लिये महेश भूपति को गैर खिलाड़ी कप्तान पद से हटाने से पहले खिलाड़ियों की राय नहीं लेने पर नाराजगी जताई जबकि एआईटीए ने कहा कि नीतिगत फैसलों पर टिप्पणी करना खिलाड़ियों के लिये सही नहीं है। पाकिस्तान के खिलाफ 29.30 नवंबर को होने वाला डेविस कप मुकाबला अब इस्लामाबाद की जगह तटस्थ स्थान पर खेला जायेगा।
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बोपन्ना और पांच अन्य खिलाड़ियों ने सुरक्षा कारणों से नाम वापिस ले लिया था। कप्तान भूपति ने भी यही वजह बताकर नाम वापिस लिया था जिसके बाद रोहित राजपाल को नया कप्तान बनाया गया। बोपन्ना ने ट्वीट किया कि मैं हैरान हूं कि आईटीएफ का अंतिम फैसला आने से पहले ही एआईटीए ने कप्तान बदलने का फैसला ले लिया। उन्होंने कहा कि मैं और भी हैरान हूं कि किसी खिलाड़ी से इस बारे में राय नहीं ली गई और ना ही बताया गया कि कप्तान बदला जा रहा है।
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बोपन्ना के बयान का जवाब देते हुए एआईटीए महासचिव हिरण्यमय चटर्जी ने कहा कि खिलाड़ियों का काम खेलना है , नीतिगत फैसलों में दखल देना नहीं। उन्होंने कहा कि वे अपनी सहूलियत के मुताबिक बर्ताव कर रहे हैं। उन्हें अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर के मसलों पर सवाल करने का अधिकार नहीं है। उनका काम खेलना है। वह (बोपन्ना) ऐसे सवाल पूछने वाला कौन होता है। एआईटीए प्रशासन इन मसलों पर फैसला लेगा। उसे दखल देने की जरूरत नहीं है।
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