नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर बरेली में हुआ यौम-ए-दुरूद कार्यक्रम
बरेली के इस्लामिया कॉलेज मैदान में आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में आईएमसी तथा आला हजरत से ताल्लुक रखने वाले लोगों ने हिस्सा लिया। इस दौरान लोगों ने शांतिपूर्ण तरीके से दुरूद शरीफ पढ़ा और देश में शांति व भाईचारा बने रहने की दुआ की।
बरेली (उत्तर प्रदेश)। पैगंबर मोहम्मद के प्रति कथित अपमानजनक टिप्पणी के मामले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से निलम्बित पूर्व पार्टी प्रवक्ता नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर रविवार को बरेलवी वर्ग के सबसे बड़े केन्द्र बरेली में इत्तहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) ने यौम—ए—दुरूद का आयोजन किया। बरेली के इस्लामिया कॉलेज मैदान में आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में आईएमसी तथा आला हजरत से ताल्लुक रखने वाले लोगों ने हिस्सा लिया। इस दौरान लोगों ने शांतिपूर्ण तरीके से दुरूद शरीफ पढ़ा और देश में शांति व भाईचारा बने रहने की दुआ की।
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आईएमसी के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रज़ा खां ने इस मौके पर कहा, हम कितने समय से भाजपा की पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा की गिफ्तारी मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार नहीं सुन रही है क्योंकि हम ट्रेन नहीं जला रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह अपनी मांग के समर्थन में तैयार किया गया ज्ञापन जिला प्रशासन, सरकार या राज्यपाल को नहीं देंगे। ज्ञापन देना होगा तो संयुक्त राष्ट्र संघ को देंगे। मौलाना ने एलान किया कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो भारत के हर सूबे में यह माहौल बनाकर दिखाया जायेगा। सरकार उनकी बात सुनने को मजबूर हो जाएगी। पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणी करने की आरोपी नूपुर शर्मा की गिफ्तारी मांग लेकर आज सुबह से ही समुदाय विशेष के कारोबारियों ने अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखे। आईएमसी का यह कार्यक्रम पहले शुक्रवार 17 जून को होना था, मगर जुमे की वजह से इसके आयोजन को दो दिन आगे बढ़ा दिया गया था।
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मौलाना तौकीर रजा खां ने अग्निपथ योजना के खिलाफ हो रही हिंसा का जिक्र करते हुए इसे वापस लेने की मांग की। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नजर नहीं आ रहा है कि पूरी दुनिया में भारत की कितनी बदनामी हो रही है। हमें भी तकलीफ हो रही है क्योंकि यह अकेले उनका ही देश नहीं है। इस आयोजन को लेकर प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किये थे। बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि रास्तों पर पुलिस, पीएसी और रैपिड एक्शन फोर्स को तैनात किया गया था। आपात स्थिति से निपटने के लिए जगह-जगह फायर ब्रिगेड की गाड़ियां और वज्र वाहन खड़े किए गए।
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