दूसरी बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने योगी आदित्यनाथ, केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने ली डिप्टी सीएम पद की शपथ
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत हालिस करने के बाद यूपी की जिम्मेदारी एक बार फिर योगी आदित्यनाथ के कंधों पर सौंपी गयी। योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। इस दौरान उनके नयी केबिनेट में शामिल होने वाले 52 मंत्रियों ने भी शपथ ली है।
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत हालिस करने के बाद यूपी की जिम्मेदारी एक बार फिर योगी आदित्यनाथ के कंधों पर सौंपी गयी। योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। इस दौरान उनके नयी केबिनेट में शामिल होने वाले 52 मंत्रियों ने भी शपथ ली है। नयी केबिनेट में कई पुराने चेहरों को शामिल किया गया और कुछ नये चेहरे भी देखें गये। केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने राज्य के डिप्टी सीएम पर की शपथ ली। योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश में दूसरी बार मुख्यमंत्री बनें है। उन्होंने एक मेगा कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, जिसमें प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह सहित और कई गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए। उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार के आखिरी कार्यकाल में कानून मंत्री रहे ब्रजेश पाठक इस बार डिप्टी सीएम बनें। बसपा से बीजेपी में आए पाठक पार्टी के ब्राह्मण चेहरे बन गए हैं। पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के तीन विधायक योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल में शामिल हुए है। दयाशंकर मिश्र दयालू और रवींद्र जायसवाल को स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री बनाया गया जबकि अनिल राजभर को कैबिनेट मंत्री बनाया गया।
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योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में दूसरी बार सरकार बनाने का दावा पेश किया और राज्य के दूसरी बार मुख्यमंत्री बनें। उन्होंने एक मेगा कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। योगी आदित्यनाथ का जन्म 5 जून 1972 में हुआ था। वह एक भारतीय हिंदू भिक्षु और राजनीतिज्ञ हैं, जो 19 से कार्यालय में उत्तर प्रदेश के 23वें और वर्तमान मुख्यमंत्री के रूप में कार्यरत हैं। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) द्वारा 2017 के राज्य विधानसभा चुनाव जीतने के बाद उन्हें 26 मार्च 2017 को मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था, जिसमें वे एक प्रमुख प्रचारक थे। उन्होंने दूसरी बार यूपी के मुख्यमंत्री बनने के लिए 2022 के राज्य विधानसभा चुनाव में फिर से जीत हासिल की। वह 1998 से लगातार पांच बार गोरखपुर निर्वाचन क्षेत्र, उत्तर प्रदेश से सांसद भी रहे हैं।
आदित्यनाथ गोरखपुर में एक हिंदू मंदिर, गोरखनाथ मठ के महंत या मुख्य पुजारी भी हैं, जो सितंबर 2014 में अपने आध्यात्मिक "पिता", महंत अवैद्यनाथ की मृत्यु के बाद से इस पद पर हैं। वह हिंदू युवा वाहिनी, एक हिंदू राष्ट्रवादी संगठन के संस्थापक भी हैं।उनकी एक हिंदुत्व राष्ट्रवादी और दक्षिणपंथी लोकलुभावन छवि है।
योगी आदित्यनाथ के नये मंत्री
कैबिनेट मंत्री के तौर पर सूर्य प्रताप शाही, सुरेश कुमार खन्ना, स्वतंत्र देव सिंह, बेबी रानी मौर्य, लक्ष्मी नारायण चौधरी, जयवीर सिंह, धर्मपाल सिंह, नंद गोपाल गुप्ता नंदी, भूपेंद्र सिंह चौधरी, अनिल राजभर, जितिन प्रसाद, राकेश सचान, अरविंद कुमार शर्मा, योगेंद्र उपाध्याय, आशीष पटेल, संजय निषाद शपथ ली है।
इसके अलावा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के पद के लिए नितिन अग्रवाल, कपिलदेव अग्रवाल, रवीन्द्र जायसवाल, संदीप सिंह, गुलाब देवी, गिरीश चंद्र यादव, धर्मवीर प्रजापति, असीम अरुण, जेपीएस राठौर, दयाशंकर सिंह, नरेंद्र कश्यप, दिनेश प्रताप सिंह, अरुण कुमार सक्सेना, दयाशंकर मिश्र दयालु ने मंत्री पद की शपथ ली।
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राज्य मंत्री- मयंकेश्वर सिंह, दिनेश खटिक, संजीव गौड़, बलदेव सिंह ओलख, अजीत पाल, जसवंत सैनी, रामकेश निषाद, मनोहर लाल मन्नू कोरी, संजय गंगवार, बृजेश सिंह, केपी मलिक, सुरेश राही, सोमेंद्र तोमर, अनूप प्रधान, प्रतिभा शुक्ला, राकेश राठौर, रजनी तिवारी, सतीश शर्मा, दानिश आजाद अंसारी, विजय लक्ष्मी गौतम ने शपथ ली।
योगी आदित्यनाथ का शपथ ग्रहण समारोह लखनऊ के इकाना स्टेडियम में एक भव्य समारोह के साथ हुआ। भाजपा के विधायक दल ने पहले दिन में पार्टी की बैठक में योगी आदित्यनाथ को अपना नेता चुना, जिसके बाद राज्य की अगली सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार ने राज्यपाल से मुलाकात की। मुख्यमंत्रियों, केंद्रीय मंत्रियों, अन्य राज्यों के मंत्रियों और उद्योगपतियों को निमंत्रण भेजा गया ।
योगी आदित्यनाथ ने व्यक्तिगत रूप से यूपी के पूर्व मुख्यमंत्रियों मुलायम सिंह यादव, अखिलेश यादव और मायावती को बुलाया और उन्हें आमंत्रित किया। भाजपा शासित अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों में पुष्कर सिंह धामी और बसवराज बोम्मई को न्योता भेजा गया है। समारोह में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नहीं शामिल हुए। छत्तीसगढ़ और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्रियों - रमन सिंह और रघुबर दास को भी आमंत्रित किया गया है। केंद्रीय मंत्री अमित शाह, अनुराग ठाकुर, मुख्तार अब्बास नकवी, नरेंद्र सिंह तोमर, धर्मेंद्र प्रधान, नितिन गडकरी, पीयूष गोयल, भूपेंद्र यादव, महेंद्र नाथ पांडे, स्मृति ईरानी, हरदीप सिंह पुरी, अन्नपूर्णा यादव और शोभा करंजले के शामिल हुए।
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