AI की मदद से मिलेगा Speedy Justice? आपके बोलते ही सुनकर टाइप करेगा कम्प्यूटर

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अभिनय आकाश । Jul 20 2024 4:48PM

आप देखते होंगे कि जब कटघरे में मौजूद शख्स जब अपना बयान दे रहा होता है तो कोर्ट रूम में जज के नजदीक बैठा शख्स उसके बयान को टाइमराइटर की मदद से टाइप कर रहा होता है। लेकिन अब कोर्ट की कार्यवाही और सबूतों को दस्तावेज में दर्ज करने के लिए अब एआई का इस्तेमाल होगा।

आपको घर-घर में चर्चित चाचा चौधरी, का किरदार तो जरूर याद होगा, जो बच्चों और बड़ों सभी में समान रूप से प्रिय था।  चाचा चौधरी के बारे में मशहूर पंचलाइन थी ‘चाचा चौधरी का दिमाग कंप्यूटर से भी तेज चलता है’। इसके बाद के वर्षो में आई रजनीकांत की फिल्म रोबोट। जिसमें चिट्ठी रोबो की तरह हर काम करता है, ये सबकुछ सिर्फ एक दुरुस्त AI प्रोग्रामिंग के जरिए ही मुमकिन हो पाया था। लेकिन ये सब तो हो गई काल्पनिक पात्रों की बातें। अब आपको थोड़ा वास्तविकता से भी रूबरू करवाते हैं। आप सभी अपने जीवन में कोर्ट की कार्यवाही से जरूर रूबरू हुए होंगे। चाहे वो वास्विक रूप में या फिल्मों के माध्यम से ही। आप देखते होंगे कि जब कटघरे में मौजूद शख्स जब अपना बयान दे रहा होता है तो कोर्ट रूम में जज के नजदीक बैठा शख्स उसके बयान को टाइमराइटर की मदद से टाइप कर रहा होता है। लेकिन अब कोर्ट की कार्यवाही और सबूतों को दस्तावेज में दर्ज करने के लिए अब एआई का इस्तेमाल होगा।

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मतलब गवाब बस बोलेगा और उसका बयान कंप्यूटर पर अपने आप दर्ज होता जाएगा। जज को न तो उसका बयान दोहराने की जरूरत पड़ेगी और न स्टेनोग्राफर को उसे टाइप करने की। दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट से  हाइब्रिड कोर्ट रूम का उद्घाटन किया गया। इसका मकसद कोर्ट को पेपरलेस बनाना है।

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दिल्ली उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश मनमोहन ने कहा कि कानूनी प्रणाली में सुधार के लिए प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। वह तीस हजारी जिला अदालत में ‘साक्ष्य रिकॉर्डिंग के लिए स्पीच-टू-टेक्स्ट सुविधा के साथ एक हाइब्रिड अदालत के उद्घाटन और ‘न्यायिक अधिकारियों के लिए सभी ई-फाइल किए गए मामलों तक पहुंच के लिए एक डिजिटल अदालत एप्लीकेशन’ की शुरुआत के मौके पर लोगों को संबोधित कर रहे थे। न्यायमूर्ति मनमोहन ने कहा कि हमें कानूनी प्रणाली में सुधार के लिए प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करना होगा ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि अपराधियों को सजा मिले और देरी को कम किया जा सके। यह सुनिश्चित करने का एकमात्र तरीका कि प्रणाली में अच्छी तकनीक लाई जाए। 

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