Flight Divert| दिल्ली से हैदराबाद जाने वाली Vistara Airlines की फ्लाइट डायवर्ट हुई, जानें कारण
फ्लाइट यूके-829 सुबह करीब 8.30 बजे जयपुर उतरी और बीमार यात्री को तुरंत पास के एक निजी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि शेष यात्री जयपुर हवाई अड्डे पर ही रुके रहे और विमान के शीघ्र ही हैदराबाद के लिए रवाना होने की उम्मीद है।
दिल्ली से हैदराबाद जाने वाली विस्तारा एयरलाइंस की फ्लाइट को शुक्रवार सुबह जयपुर डायवर्ट कर दिया गया। फ्लाइट डाइवर्ट करने के पीछे अहम कारण बताया गया है। एयरलाइन के अधिकारियों का कहना है कि विस्तारा एयरलाइंस की फ्लाइट को जयपुर डायवर्ट किया गया। अधिकारियों का कहना है कि फ्लाइट में मेडिकल एमरजेंसी के कारण इसे डायवर्ट किया गया।
फ्लाइट यूके-829 सुबह करीब 8.30 बजे जयपुर उतरी और बीमार यात्री को तुरंत पास के एक निजी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि शेष यात्री जयपुर हवाई अड्डे पर ही रुके रहे और विमान के शीघ्र ही हैदराबाद के लिए रवाना होने की उम्मीद है।
एयरलाइन ने सुबह करीब आठ बजे ट्वीट किया, "दिल्ली से हैदराबाद (दिल्ली-हैदराबाद) जाने वाली उड़ान संख्या यूके829 को जयपुर (जयपुर) की ओर मोड़ दिया गया है और इसके सुबह साढ़े आठ बजे जयपुर पहुंचने की उम्मीद है। कृपया आगे की जानकारी के लिए हमसे जुड़े रहें।" बाद में एयरलाइन ने बताया कि उड़ान के सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे हैदराबाद पहुंचने की उम्मीद है।
इस बीच, गुरुवार को भी कई भारतीय एयरलाइन्स को बम की झूठी धमकियाँ मिलती रहीं। सिर्फ़ एक हफ़्ते में ही भारतीय एयरलाइन्स द्वारा संचालित 170 से ज़्यादा उड़ानों को ऐसी धमकियाँ मिल चुकी हैं। दिल्ली पुलिस ने इन झूठी धमकियों के सिलसिले में आठ अलग-अलग एफ़आईआर दर्ज की हैं।
पहला मामला 16 अक्टूबर को दर्ज किया गया था, जब बेंगलुरु जाने वाली अकासा एयर फ्लाइट को निशाना बनाकर एक्स के ज़रिए बम की धमकी मिली थी। तब से, ऐसी कई घटनाएँ सामने आई हैं, जिससे देरी और डायवर्जन के कारण हवाई यातायात में काफ़ी व्यवधान हुआ है। प्रभावित उड़ानों में अकासा, एयर इंडिया, इंडिगो और विस्तारा जैसी कंपनियाँ शामिल हैं।
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (वीपीएन) सेवा प्रदाताओं को पत्र लिखा है और दिल्ली पुलिस की साइबर सेल की विभिन्न टीमें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर नजर रख रही हैं।
इस बीच, सरकार एयरलाइनों को बम की धमकियों से निपटने के लिए विधायी कार्रवाई की योजना बना रही है, जिसमें अपराधियों को नो-फ्लाई सूची में डालना भी शामिल है। नागरिक उड्डयन सुरक्षा के विरुद्ध गैरकानूनी कृत्यों के दमन अधिनियम, 1982 में संशोधन प्रस्तावित किए जा रहे हैं, जिससे अपराधियों को गिरफ़्तार किया जा सकेगा और विमान के ज़मीन पर होने पर अदालत के आदेश के बिना जांच शुरू की जा सकेगी। इसके अतिरिक्त, विमानों में बम की धमकी देने वालों के लिए कड़ी सजा सुनिश्चित करने के लिए विमान सुरक्षा नियमों में बदलाव पर विचार किया जा रहा है।
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