बंगाल में हिंसा जारी, हत्याओं का दोष एक-दूसरे के सिर मढ़ रहे हैं TMC और BJP
पुलिस ने बताया कि पूर्वी बर्द्धवान जिले में अज्ञात बदमाशों ने एक व्यक्ति की कथित रूप से बुरी तरह पिटाई कर दी जिससे उसकी मौत हो गई।
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनावों के बाद जारी हिंसा के दौर में पिछले 24 घंटे में दो अलग-अलग घटनाओं में तीन लोग मारे गए हैं और तृणमूल कांग्रेस तथा भाजपा इन हत्याओं का दोष एक-दूसरे के सिर मढ़ रही हैं। वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दावा कर रही हैं कि भाजपा ‘‘बंगाल को गुजरात में बदलने की योजना बना रही है’’ और वह ऐसा बिलकुल नहीं होने देंगी। बनर्जी ने मंगलवार को दावा किया कि लोकसभा चुनावों के बाद से 10 लोगों की मौत हुई है और इनमें से आठ तृणमूल कांग्रेस के लोग हैं, बाकि भाजपा के समर्थक हैं। उन्होंने हालांकि 10 लोगों के मारे जाने के संबंध में कोई और जानकारी नहीं दी। पुलिस ने मंगलवार को बताया कि सोमवार देर रात के बाद हुई हिंसा की दो घटनाओं में तीन लोग मारे गए हैं। पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के कानकिनारा में सोमवार देर रात बम से हुये हमले में दो लोगों की मौत हो गई और तीन घायल हो गये।
Union Minister Babul Supriyo on killing of BJP workers in West Bengal: CM herself is provoking violence in the state&employing party workers&police for it. Also, it is a shocking revelation that the accused has links with Rohingyas. This govt has no moral right to be in power. pic.twitter.com/soKkKlPQPH
— ANI (@ANI) June 11, 2019
पुलिस ने बताया कि पूर्वी बर्द्धवान जिले में अज्ञात बदमाशों ने एक व्यक्ति की कथित रूप से बुरी तरह पिटाई कर दी जिससे उसकी मौत हो गई। दोनों घटनाएं सोमवार देर रात की हैं। तृणमूल कांग्रेस और भाजपा दोनों का दावा है कि पीड़ित उनके समर्थक हैं। साथ ही दोनों हत्याओं के लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार बता रहे हैं। पीड़ितों के किसी राजनीतिक दल से संबद्ध होने की पुष्टि नहीं हुई है। बंगाल के सुधारक ईश्वर चंद विद्यासागर की नई प्रतिमा का अनावरण करने के बाद लोगों को संबोधित करते हुए बनर्जी ने भाजपा पर जमकर हमला बोला। उन्होंने दावा किया कि भाजपा ‘‘बंगाल को गुजरात बनाना चाहती है’’ और ‘‘मैं जेल जाने को तैयार हूं लेकिन ऐसा कभी नहीं होने दूंगी।’’ विद्यासगर की यह प्रतिमा लोकसभा चुनावों के दौरान क्षतिग्रस्त हो गई थी। इस कार्यक्रम में प्रमुख कवियों, लेखकों और वरिष्ठ मंत्रियों ने हिस्सा लिया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘बंगाल कोई खिलौना नहीं है। आप इसके साथ खेल नहीं सकते हैं। आप बंगाल के साथ जो चाहें नहीं कर सकते हैं।’’
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इसपर जोर देते हुए कि चुनाव के बाद हुई हिंसा में हुई हत्याओं की जांच की जाएगी, बनर्जी ने कहा, ‘‘प्रत्येक मौत दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं मुख्य सचिव से कहूंगी कि वह आपदा प्रबंधन कोष से सभी 10 मृतकों के परिजन को सहायता प्रदान करें।’’ इसपर पलटवार करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय ने मंगलवार को आरोप लगाया कि संदेशखली में हिंसा के लिए बनर्जी जिम्मेदार हैं। उनके भाषणों ने लोगों को भाजपा समर्थकों पर हमले के लिए उकसाया। कानकिनारा में हुई हिंसा में मरने वालों की पहचान मोहम्मद मुख्तार और मोहब्बत हलीम के रूप में की गई है। इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। तृणमूल जिलाध्यक्ष और राज्य मंत्री ज्योतिप्रिया मल्लिक ने आरोप लगाया कि भाजपा के किराए के अपराधियों ने इन लोगों को इसलिए निशाना बनाया क्योंकि उन्होंने लोकसभा चुनाव में सत्तारूढ़ तृणमूल को वोट दिया था। बैरकपुर से भाजपा सांसद अर्जुन सिंह ने इन आरोपों को खारिज कर दिया और कहा कि यह घटना पारिवारिक विवाद का मामला है तथा इसका राजनीति से कोई संबंध नहीं है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि हलीम की मौके पर ही जबकि मुख्तार की अस्पताल में मौत हो गई।
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