उप्र के मुख्यमंत्री तेलंगाना में उपदेश देते हैं, जबकि उनके राज्य में भोजन की गारंटी नहीं है : केसीआर

उन्होंने कहा, ऐसा नहीं है कि आपने (कांग्रेस ने) तेलंगाना दिया, बल्कि हमने इसे हासिल किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि तेलंगाना पहला राज्य है जिसने किसानों के लिए निवेश सहायता, रायथु बंधु को लागू किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस का कहना है कि अगर वह सत्ता में आई तो एकीकृत भूमि प्रबंधन पोर्टल ‘धरणी’ को खत्म कर देगी। उन्होंने कहा कि इससे बिचौलियों का दौर फिर से लौट आएगा।
भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के प्रमुख के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने उत्तर प्रदेश के अपने समकक्ष योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए रविवार को कहा कि वह तेलंगाना आते हैं और उपदेश देते हैं, जबकि उनके खुद के राज्य (उप्र) में लोगों के लिए भोजन की गारंटी नहीं है। कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार पर कटाक्ष करते हुए केसीआर ने कहा कि वह तेलंगाना में आकर सिद्धरमैया के नेतृत्व वाली कर्नाटक सरकार द्वारा किसानों को पांच घंटे मुफ्त बिजली दिए जाने का बखान करते हैं, जबकि बीआरएस सरकार किसानों को 24 घंटे मुफ्त बिजली देती है। केसीआर ने 30 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के सिलसिले में तीन अलग-अलग रैलियों को संबोधित किया। उन्होंने योगी पर निशाना साधते हुए कहा, राज्य में कई महान लोग आ रहे हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ‘लुंगी’ पहनकर यहां आएंगे।
उनके राज्य में भोजन की कोई गारंटी नहीं है। वह यहां आते हैं और हमें उपदेश देते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यूपी, बिहार और बंगाल के खेतिहर मजदूर काम के लिए तेलंगाना आ रहे हैं। वे आजीविका के लिए यहां आ रहे हैं। वे मुख्यमंत्री हमें उपदेश दे रहे हैं। मुझे समझ नहीं आ रहा है कि मुझे इसके बारे में क्या कहना चाहिए। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य प्रगति कर रहा है और यह प्रति व्यक्ति आय तथा बिजली जैसे कई मापदंडों में ‘नंबर एक’ बन गया है। उन्होंने कहा, बीआरएस ‘कर्ण के कवच’ (महाभारत काल) की तरह तेलंगाना की रक्षा करती है। बीआरएस का गठन तेलंगाना राज्य, इसके विकास और तेलंगाना के लोगों और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए हुआ था। मुख्यमंत्री ने नागार्जुन सागर सिंचाई परियोजना का जिक्र करते हुए कहा, कांग्रेस नेताओं ने कभी भी सिंचाई परियोजनाओं के बारे में नहीं सोचा, जिससे तेलंगाना के लोगों को फायदा होता।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी पिछले 10 साल से तेलंगाना में सत्ता की भूखी रही है और अगर वह सत्ता में आई तो बिचौलियों का शासन आ जाएगा। बीआरएस के घोषणापत्र में किए गए वादों के बारे में राव ने कहा कि सामाजिक पेंशन और रायथु बंधु के लिए राशि चरणबद्ध तरीके से बढ़ाई जाएगी। केसीआर ने कहा कि तेलंगाना सूखे और लोगों के पलायन से त्रस्त था, लेकिन अब यहां शांति और स्थिरता के कारण विकास दिखता है। उन्होंने कहा, तेलंगाना प्रति व्यक्ति आय और प्रति व्यक्ति बिजली खपत में पहले स्थान पर है। पहले प्रति व्यक्ति बिजली खपत 1100 यूनिट होती थी, जो अब दुगुनी होकर अब 2,200 यूनिट हो गई है। केसीआर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का गृह राज्य गुजरात भी किसानों को 24 घंटे मुफ्त बिजली नहीं देता है। कांग्रेस का नाम लिए बिना उन्होंने आरोप लगाया कि पहले मुसलमानों और दलितों को वोट बैंक समझा जाता था।
उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान कई लोग वोट मांगने आएंगे और लोगों को इससे सतर्क रहना चाहिए। यह आरोप लगाते हुए कि कांग्रेस ने तेलंगाना के लोगों को धोखा दिया है, बीआरएस प्रमुख ने कहा कि देश की इस सबसे पुरानी पार्टी ने वादा करने के बावजूद राज्य के गठन में 14-15 साल की देरी की। उन्होंने कहा, ऐसा नहीं है कि आपने (कांग्रेस ने) तेलंगाना दिया, बल्कि हमने इसे हासिल किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि तेलंगाना पहला राज्य है जिसने किसानों के लिए निवेश सहायता, रायथु बंधु को लागू किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस का कहना है कि अगर वह सत्ता में आई तो एकीकृत भूमि प्रबंधन पोर्टल ‘धरणी’ को खत्म कर देगी। उन्होंने कहा कि इससे बिचौलियों का दौर फिर से लौट आएगा।
अन्य न्यूज़