महाकुंभ की सुरक्षा में संगम के भीतर मौजूद रहेगा अंडर वॉटर ड्रोन
दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम में हर परिस्थिति में 45 करोड़ लोगों के संगम स्नान का पूरा सुरक्षित प्लान तैयार करने के तहत महाकुंभ में पहली बार श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए अंडर वॉटर ड्रोन तैनात किया जा रहा है।
लखनऊ। महाकुंभ का आगज होने में अब कुछ दिनों का समय बचा है। योगी सरकार श्रद्धालुओं को हर तरह की सुविधा देने के लिये तो वचनबद्ध नजर आ ही रहा है, इसके अलावा उसके सामाने आगंतुकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की भी बढ़ी चुनौती है। इसके लिये चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा के अचूक इंतजाम किये गये हैं नभ और थल के बाद अब जल के भीतर से भी कुंभ स्थल पर अशांति फैलाने की कोशिश करने वालों की निगाहबानी की जायेगी। सनातन धर्म का सबसे बड़ा आयोजन बनाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार हर आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार बताई जा रही है। दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम में हर परिस्थिति में 45 करोड़ लोगों के संगम स्नान का पूरा सुरक्षित प्लान तैयार करने के तहत महाकुंभ में पहली बार श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए अंडर वॉटर ड्रोन तैनात किया जा रहा है। जो 24 घंटे पानी के भीतर प्रत्येक गतिविधियों की निगरानी करने में सक्षम होगा। सबसे खास बात यह है कि यह अंडर वॉटर ड्रोन अंधेरे में भी लक्ष्य पर सटीक नजर रखने में कारगर हथियार साबित होगा। यह पानी के नीचे 100 मीटर गहराई तक टोह लेने में सक्षम है और किसी भी परिस्थितियों में सटीक जानकारी उपलब्ध कराने की खूबियों से लैस है।
प्रभारी पुलिस महानिरीक्षक, पूर्वी जोन, प्रयागराज डॉ. राजीव नारायण मिश्र ने गत दिवस बेहद तेज गति से और असीमित दूरी तक पानी के अंदर काम करने वाले इस ड्रोन को लॉन्च किया। उन्होंने इस ड्रोन की खासियत और महाकुंभ में इसकी आवश्यकता के विषय में जानकारी देते हुए बताया कि यह ड्रोन पैनिक अंदर 100 मीटर तक जाकर हर गतिविधि की रिपोर्ट आई ट्रिपल सी तक पहुंचाएंगे। इसे असीमित दूरी तक ऑपरेट किया जा सकता है। पानी के अंदर कहीं कोई संदिग्ध गतिविधि या घटना को लेकर यह सटीक जानकारी देगा, जिसके धर पर तुरंत जरूरी कदम उठाए जा सकेंगे।
इसे भी पढ़ें: Maha Kumbh 2025: रेलवे ने उठाया बड़ा कदम, स्थापित करेगा बाल सहायता डेस्क
बता दें महाकुंभ में पीएसी के साथ एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम मिलकर श्रद्धालुओं की सुरक्षा का काम कर रही हैं। जिसमें बाकायदा एक एक श्रद्धालु की सुरक्षा को लेकर रणनीति बनाई जा रही है। यहां 700 झंडे लगी नाव पर 24 घंटे पीएसी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के जवान तैनात रहेंगे। इसी क्रम में देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए बड़े पैमाने पर रिमोट लाइफ बॉय तैनात किए जा रहे हैं, जो पलक झपकते कहीं भी पहुंचने में सक्षम हैं और किसी भी अनहोनी से पहले व्यक्ति को सुरक्षित स्थान ले जाने में सक्षम हैं।
अन्य न्यूज़