शिवसेना नेता अंबादास दानवे का दावा, मंत्रालयों को लेकर शिंदे सरकार में हो रही रस्साकशी
विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने कहा कि शिंदे नीत मंत्रिमंडल के विस्तार के बावजूद मंत्रालयों के आवंटन को लेकर रस्साकशी हो रही है। मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के 40 से अधिक दिन बाद शिंदे ने नौ अगस्त को 18 नए मंत्रियों को शामिल करके अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया।
औरंगाबाद। महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे वर्षा प्रभावित कुछ जिलों में गए, लेकिन उन्होंने किसानों से मिलने का समय नहीं निकाला, क्योंकि वह अपने खेमे के विधायकों को खुश रखने की कोशिश में बहुत व्यस्त हैं।
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पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना के धड़े के नेता दानवे ने कहा कि शिंदे नीत मंत्रिमंडल के विस्तार के बावजूद मंत्रालयों के आवंटन को लेकर रस्साकशी हो रही है। मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के 40 से अधिक दिन बाद शिंदे ने नौ अगस्त को 18 नए मंत्रियों को शामिल करके अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया, जिनमें शिवसेना के बागी धड़े के नौ और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नौ नेता हैं। बहरहाल, अभी मंत्रालयों का बंटवारा नहीं हुआ है।
दानवे ने मराठवाड़ा क्षेत्र के वर्षा प्रभावित नांदेड़ और हिंगोली जिलों के अपने दौरे की शुरुआत से पहले नांदेड़ में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान शिंदे पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘राज्य में लंबे समय तक दो लोगों (मुख्यमंत्री शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस) की सरकार थी और सभी मंत्रालय मुख्यमंत्री के पास थे। लोगों को अब भी संदेह होता है कि राज्य में कोई सरकार है भी या नहीं।’’
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उन्होंने कहा, ‘‘मंत्रिमंडल विस्तार के तीन दिन बाद भी मंत्रालयों को लेकर रस्साकशी जारी है। मुख्यमंत्री नांदेड़ और हिंगोली आए और वर्षा प्रभावित गांवों का दौरा करने की घोषणा की, लेकिन वेवहां नहीं गए। वह अपने खेमे में विधायकों को खुश रखने में व्यस्त हैं।’’ दानवे ने शिंदे-भाजपा सरकार पर ‘‘किसान-विरोधी’’ होने का आरोप लगाया।
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