ठाणे में अनधिकृत स्कूलों को बंद करने के अनुरोध के साथ न्यासियों का संगठन उच्च न्यायालय पहुंचा
नरेश पवार ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में इस घटना की निंदा की और दावा किया कि दिवा में अनधिकृत स्कूलों की संख्या बढ़कर लगभग 70 हो गई है जबकि पिछले साल ऐसे 40 स्कूल थे।
स्कूल न्यासियों के एक निजी संगठन ने कहा है कि उसने महाराष्ट्र के ठाणे जिले में दिवा क्षेत्र के अनधिकृत शैक्षणिक संस्थानों को तत्काल बंद करने का अनुरोध करते हुए एक याचिका बंबई उच्च न्यायालय में दायर की है।
कुछ दिनों पहले मुंब्रा इलाके में एक निजी स्कूल में एक व्यक्ति द्वारा 10 वर्षीय लड़की के साथ छेड़छाड़ किये जाने की घटना की जानकारी कथित रूप से पुलिस को नहीं देने के आरोप में उसकी प्रधानाध्यापिका को गिरफ्तार किया गया। उसके बाद उच्च न्यायालय से ऐसा अनुरोध किया गया है।
‘महाराष्ट्र इंग्लिश स्कूल ट्रस्टीज एसोसिएशन (एमईएसटीए)’ ने दावा किया है कि यह एक अनधिकृत संस्थान है। एमईएसटीए के ठाणे जिला अध्यक्ष नरेश पवार ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में इस घटना की निंदा की और दावा किया कि दिवा में अनधिकृत स्कूलों की संख्या बढ़कर लगभग 70 हो गई है जबकि पिछले साल ऐसे 40 स्कूल थे।
उन्होंने यह दावा भी किया कि इन स्कूलों द्वारा विद्यार्थियों और अभिभावकों का शोषण किया जा रहा है, तथा बिना कानूनी अनुमति के झूठे दस्तावेज, जैसे मार्कशीट, स्कूल प्रमाण पत्र आदि जारी किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि शैक्षणिक वर्ष 2023-24 में दिवा के 40 अनधिकृत स्कूलों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। पवार ने कहा कि उनके संगठन ने ऐसे स्कूलों को तत्काल बंद करने के अनुरोध को लेकर उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है।
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