लखीमपुर हिंसा मामले को लेकर मेरठ में दिखा जबरदस्‍त आक्रोश, पुतला फूँक धरना प्रदर्शन के बाद दीं गिरफ्तारियां

पुतला फूँक

मेरठ में कमिश्‍नरी के बाहर व कलेक्टेट में सपा के साथ साथ कांग्रेस ,आप ,रालोद के साथ भाकियू कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए। सपा द्वारा अलग अलग गुटों में बटकर अपना विरोध प्रदर्शन किया ,युवजन सभा ने कमिस्शनरी के बाहर योगी सरकार का पुतला भी दहन किया और धरना प्रदर्शन के बाद गिरफ्तारियां भी दी।

मेरठ , लखीमपुर खीरी की घटना के विरोध में कमिस्शनरी के बाहर व  कलेक्ट्रेट में सुबह से ही विभिन्न राजनीतिक दलों और किसानों का धरना प्रदर्शन होता रहा। दोपहर बाद तक तक कलेक्ट्रेट प्रदर्शनकारियों से खचाखच भरा रहा। मेरठ में कमिश्‍नरी के बाहर व कलेक्टेट में सपा के साथ साथ कांग्रेस ,आप ,रालोद के साथ भाकियू कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए। सपा द्वारा अलग अलग गुटों में बटकर अपना विरोध प्रदर्शन किया ,युवजन सभा ने कमिस्शनरी के बाहर योगी सरकार का पुतला भी दहन किया और  धरना प्रदर्शन के बाद गिरफ्तारियां भी दी। वहीं मेरठ में एडीएम एफ सुभाष प्रजापति को ज्ञापन सौंपकर मेरठ कलक्ट्रेट पर चल रहा भारतीय किसान यूनियन का धरना समाप्त हो गया। इस दौरान जगह-जगह बड़ी संख्‍या में पुलिस बल तैनात किया गया ।

बताते चलें किअभी तक प्राप्त जानकारी के अनुसार  रविवार को लखीमपुर में गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा के काफिले में शामिल किसी गाड़ी से कुचलकर पांच किसानों की मौत हो गई थी। जिसके बाद गुस्साए किसानों ने गाड़ी में सवार चालक और तीन भाजपा कार्यकर्ताओं की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। इस मामले में जहां लखीमपुर रविवार से सुलग रहा है। वहीं लखीमपुर में गृह राज्य मंत्री के बेटे सहित कई के खिलाफ हत्या सहित गंभीर धाराओं में मुकदमा भी दर्ज हुआ है। 

उधर, घटना के विरोध में लामबंद होते हुए तमाम राजनैतिक दल आंदोलन पर उतर आए हैं। जिसके चलते सोमवार की सुबह से ही मेरठ जिला भी सुलग उठा। सपा के पूर्व कैबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर और शहर विधायक रफीक अंसारी के साथ जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह के नेतृत्व में दर्जनों कार्यकर्ताओं के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे और घटना के विरोध में हंगामा करते हुए धरने पर बैठ गए। इस दौरान पुतला फुक्ने को लेकर सपा नेता विपिन मनोठिया से मौके पर मौजूद पुलिस के साथ तीखी नोकझोंक हुई। जिसके बाद पुलिस ने पूर्व कैबिनेट मंत्री और शहर विधायक सहित कई सपा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया।

 उधर कमिशनरी चौराहे पर,समाजवादी पार्टी के बाबर खरदौनी और पूर्व विधायक गुलाम मोहम्मद के नेतृत्व में सपा कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। सपा युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने भी घटना के विरोध में कमिश्नरी से लेकर कलेक्ट्रेट तक जमकर बवाल काटा। वहीं, इस मामले में सपा नेता अतुल प्रधान और पूर्व विधायक योगेश वर्मा दर्जनों कार्यकर्ताओं के साथ कमिश्नरी पर पहुंचे। अतुल प्रधान और योगेश वर्मा अपने समर्थको के साथ कमिश्नरी पर धरना देकर बैठ गए यही नहीं इससे पहले  कमिस्शनरी गेट पर चढ़कर भी प्रदर्शन करते हुए दोनों ही नेताओं ने लखीमपुर कांड को भाजपा द्वारा प्रायोजित बताते हुए गृह राज्य मंत्री के बेटे सहित सभी आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। प्रदर्शन के दौरान सपा कार्यकर्ताओं ने केंद्र और राज्य सरकार का पुतला फूंक अपना विरोध भी जताया । इस दौरान सपा कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ जमकर धक्का-मुक्की और नोकझोंक हुई। जिसके बाद नेताओ सहित कई सपा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

वहीं कांग्रेस ने महानगर अध्यक्ष ज़ाहिद अंसारी के नेतृत्व में और आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष अंकुश चौधरी के नेतृत्व में आम आदमी के पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी कलेक्ट्रेट पर जमकर हंगामा किया। अंकुश चौधरी ने आरोप लगाया कि भाजपा की सरकार में किसानों का उत्पीड़न लगातार बढ़ रहा है। उन्होंने लखीमपुर कांड में तत्काल कार्यवाही किए जाने की मांग की। आरएलडी के कार्यकर्ताओं ने भी घटना के विरोध में कलेक्ट्रेट पर हंगामा करते हुए धरना दिया। तमाम राजनैतिक दलों के धरने और हंगामे के चलते कलेक्ट्रेट पर कमिश्नरी परिसर दिनभर नारेबाजी से गूंजते रहे। दोपहर बाद तक राजनैतिक दलों का विरोध प्रदर्शन जारी था और कलेक्ट्रेट और कमिश्नरी परिसर छावनी में तब्दील था।

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