CAA पर सबसे पहले TMC ने विरोध दर्ज कराया, कोई सवाल खड़े नहीं कर सकता: ममता बनर्जी
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि संसदीय स्थाई समिति के रिकॉर्ड साफ कहते हैं कि तृणमूल कांग्रेस ने समिति की बैठक में कैब पर सबसे पहले विरोध दर्ज कराया था। उन्होंने अपने खिलाफ बोल रहे विपक्षी दलों से इसकी पड़ताल करने को कहा।
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को दावा किया कि नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ संसदीय स्थायी समिति में सबसे पहले उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने आवाज उठाई थी और संशोधित नागरिकता कानून पर उनके विरोध पर कोई सवाल नहीं उठा सकता। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि संसदीय स्थाई समिति के रिकॉर्ड साफ कहते हैं कि तृणमूल कांग्रेस ने समिति की बैठक में कैब पर सबसे पहले विरोध दर्ज कराया था। उन्होंने अपने खिलाफ बोल रहे विपक्षी दलों से इसकी पड़ताल करने को कहा।
WB CM: It's shameful. How can you say this? It's a shame to even take his name. You're promoting firing.This isn't UP. Here firing won't happen.Understand that if tomorrow something untoward happens,you'll be equally responsible. You want to kill people for protesting? (file pic) https://t.co/JSW3m1ZclZ pic.twitter.com/KfTj4HO0XZ
— ANI (@ANI) January 13, 2020
वाम दलों और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए बनर्जी ने कहा, ‘‘सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ संघर्ष में मेरे और तृणमूल कांग्रेस के योगदान पर कोई सवाल नहीं उठा सकता या शक नहीं जता सकता।’’ दोनों दलों ने नाम लिये बिना ममता पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ‘गुप्त समझ’ होने का आरोप लगाया था।
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