मुझे याद है कि हम इस बारे...अश्विन के रिटायरमेंट पर पत्नी इमोशनल पोस्ट शेयर कर मांगा ये वादा
38 वर्षीय स्पिनर ऑस्ट्रेलिया दौराब बीच में ही छोड़कर स्वदेश लौट आया। उन्होंने अपने पति से एक वादा मांग है। प्रीति चाहता हैं कि अश्विन 14 साल के इंटरनेशनल करियर के बाद अब सिर्फ अपनी शर्तों पर जिंदगी जिएं। प्रीति ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो के साथ लिखा, मेरे लिए ये दो दिन बहुत धुंधले रहे। मैं सोच रही था कि मैं क्या कह सकता हूं।
दिग्गज स्पिनर आर आश्विन ने हाल ही में इंडिया वर्सेस ऑस्ट्रेलिया गाबा टेस्ट ड्रॉ होने के बाद अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। इस दौरान उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने फैसले के बारे में बताया। 38 वर्षीय स्पिनर ऑस्ट्रेलिया दौराब बीच में ही छोड़कर स्वदेश लौट आया। उन्होंने अपने पति से एक वादा मांग है। प्रीति चाहत है कि अश्विन 14 साल के इंटरनेशनल करियर के बाद अब सिर्फ अपनी शर्तों पर जिंदगी जिएं।
प्रीति ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो के साथ लिखा, मेरे लिए ये दो दिन बहुत धुंधले रहे। मैं सोच रही था कि मैं क्या कह सकता हूं। क्या मुझे इसे अपने ऑल टाइम फेवरेट क्रिकेटर को ट्रिब्यूट के तौर पर लिखना चाहिए? या शायद मैं सिर्फ पार्टनर एंगल लूं? या शायद किसी फैन गर्ल का लव लेटर? मुझे लगता है कि इसमें सबकुछ है।
उन्होंने कहा, जब मैंने अश्विन की प्रेस कॉन्फ्रेंस देखी तो मेरे जहन में छोटे- बड़े पल आए। पिछले 13-14 सालों की कई यादें थीं, जिसमें शामिल हैं बड़ी जीत, प्लेयर ऑफ द सीरीज अवॉर्ड्स, एक इंटेंस गेम के बाद हमारे कमरे में सन्नाटा, गेम के बाद कुछ शामों में सामान्य से ज्यादा देर तक चले वाली शॉवर की आवाज, कागज पर पेंसिल की खरोंच, जब वह विचारों को लिख रहे होते हैं, गेम प्लान बनाते समय फुटेज वीडियो को निरंतर स्ट्रीमिंग, हर मैच के लिए निकलने से पहले मीडिएटिव ब्रीथिंग की शांति, जब वह आराम कर रहे होतें हैं तो कुछ गाने बार-बार बजते हैं। वो समय जब हम खुशी से रोए थे। चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल के बाद एमसीजी की जीत के बाद, सिडनी ड्रॉ के बाद, गाबा की जीत के बाद, टी20 में वापसी करने के बाद, वे समय जब हम चुपचाप बैठे थे और या फिर वो समय जब हमारा दिल टूट गया था।
उन्होंने लिखा कि, प्रिय अश्विन किट बैग को एकसाथ रखना न जानने से लेकर दुनियाभर के स्टेडियमों में आपको फॉलो करना, आपका उत्साह बढ़ाना, आपको देखना और आपसे सीखना, ये सब एक परम आनंद रहा है। आपने मुझे जिस दुनिया से परिचित कराया, उसने मुझे एक ऐसे खेल को देखने और उसका आनंद लेने का सौभाग्य दिया, जिसे मैं करीब से प्यार करता हूं। साथ ही मुझे ये भी दिखाया कि खेल के लिए कितने जुनून, कड़ी मेहनत और अनुशासन की आवश्यकता होती है। कभी-कभी ये भी पर्याप्त नहीं होता है।
वहीं प्रीति ने आगे लिखा कि, मुझे याद है कि हम इस बारे में बात कर रहे थे कि आपको ये सब क्यों करना पड़ा और प्रासंगिक बने रहने के लिए और भी बहुत कुछ करना पड़ा। अगर आप लगातार अपने स्किल सेट को धार नहीं देते और काम नहीं करते तो पुरस्कार, सर्वश्रेष्ठ आकंड़े, प्लेयर ऑफ द मैच, प्रशंसा, रिकॉर्ड कोई मायने नहीं रखते। कभी-कभी, कुछ भी पर्याप्त नहीं होता है। अब आप अपने शानदार इंटरनेशनल करियर को समाप्त कर रहे हैं तो मैं आपको सिर्फ इतना बताना चाहती हूं कि ये सब अच्छा है। सब अच्छा होने वाला है।