UP में अब तक 656 ट्रेनों से 8 लाख 52 हजार प्रवासी कामगार लौटे, प्रदेश सरकार दे रही है किराया

Awanish Awasthi

अपर मुख्य सचिव (गृह एवं सूचना) अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि उत्तर प्रदेश में जो भी ट्रेनें लायी जा रही हैं, उनका किराया रेल विभाग को प्रदेश सरकार दे रही है। कहीं भी किसी श्रमिक या कामगार को कोई भुगतान नहीं करना पड़ रहा है।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मंगलवार तक प्रवासी श्रमिकों एवं कामगारों को लेकर 656 ट्रेन आ चुकी हैं और इनके जरिए 8 लाख 52 हजार प्रवासी कामगार गृह राज्य पहुंच चुके हैं। अपर मुख्य सचिव (गृह एवं सूचना) अवनीश कुमार अवस्थी ने यहां संवाददाताओं को बताया कि मंगलवार को कुल 90 ट्रेन आ रही हैं और 258 ट्रेनों की स्वीकृति दी जा चुकी है जो रास्ते में हैं या फिर बुधवार एवं बृहस्पतिवार को आने वाली हैं। इस प्रकार लगभग 914 ट्रेनों में 11 लाख 80 हजार प्रवासी श्रमिक एवं कामगार हमारे प्रदेश में या तो आ चुके हैं या पहुंच रहे हैं। अवस्थी ने बताया कि उत्तर प्रदेश में जो भी ट्रेनें लायी जा रही हैं, उनका किराया रेल विभाग को प्रदेश सरकार दे रही है। कहीं भी किसी श्रमिक या कामगार को कोई भुगतान नहीं करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बसों की कमी नहीं है। देश में रोडवेज का सबसे बड़ा बेड़ा उत्तर प्रदेश के पास है। 

इसे भी पढ़ें: UP में अब तक कोरोना संक्रमण से 4,748 व्यक्ति संक्रमित, प्रवासी श्रमिकों के 117 नमूनों की जांच में मिले 26 पॉजिटिव 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि प्रवासी श्रमिकों एवं कामगारों को लाने में इन बसों का शत-प्रतिशत उपयोग हो। निजी बसों की भी अनुमति दी गयी है, उन्हें अधिकृत कर श्रमिकों को लाया जाए। अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने मार्ग दुर्घटनाएं रोकने के लिए पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को रात में राजमार्गों एवं एक्सप्रेस-वे पर गश्त करने का निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि इस समय प्रदेश में कुल 578 हॉटस्पॉट हैं और इनके तहत कुल सात लाख 28 हजार मकान है। इन हॉटस्पॉट क्षेत्रों में लगभग 42 लाख लोग हैं। हॉटस्पॉट क्षेत्रों के लिए जो नये दिशानिर्देश जारी हुए हैं, उनमें बल दिया गया है कि इन क्षेत्रों में केवल स्वास्थ्य विभाग, आपूर्ति, सुरक्षा एवं स्वच्छता का ही कार्य होगा, और कोई गतिविधि नहीं होगी। दुकानें हालांकि खुल रही हैं लेकिन ’डोरस्टेप डिलीवरी’ यथावत रखने का निर्णय किया गया है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़