गुजरात में इसलिए बढ़ रही है मृत्यु दर, राज्य सरकार ने बताई वजह
स्वास्थय विभाग के मुताबिक राज्य में कोविड-19 संक्रमितों की संख्या 20,097 हो गई है। राज्य प्रधान सचिव (स्वास्थ्य) जयंती रवि ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘गुजरात में संक्रमित मरीजों में से 84 प्रतिशत मरीज अन्य बीमारियों से भी पीड़ित हैं।
गांधीनगर। गुजरात सरकार ने रविवार को कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमित हुए मरीजों के पहले से किसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त होने और चिकित्सकीय उपचार प्राप्त करने में देरी अहमदाबाद और राज्य के शेष हिस्से में अधिक मृत्युदर के लिए जिम्मेदार है। एक वरिष्ठ नौकरशाह ने बताया कि गुजरात में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की मृत्युदर देश में सर्वाधिक है। राज्य में मृत्युदर 6.22 प्रतिशत है और अहमदाबाद में यह दर और भी अधिक 7.2 प्रतिशत है। गुजरात में कोविड-19 संक्रमण के 480 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या 20 हजार के पार हो गई है। इसके अलावा 30 और रोगियों की मौत के साथ ही मृतकों की तादाद 1,249 पहुंच गई है।
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राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी है। विभाग के मुताबिक राज्य में कोविड-19 संक्रमितों की संख्या 20,097 हो गई है। राज्य प्रधान सचिव (स्वास्थ्य) जयंती रवि ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘गुजरात में संक्रमित मरीजों में से 84 प्रतिशत मरीज अन्य बीमारियों से भी पीड़ित हैं।’’ रवि ने बताया कि उन मरीजों के मरने की दर अधिक है जिनकी रोग प्रतिरोधी क्षमता कमजोर है। रवि ने कहा, ‘‘इन समूहों में 65 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग, 10 साल से कम आयु के बच्चे और गर्भवती महिलाएं शामिल हैं। इन समूहों के अलावा उन मरीजों को भी अधिक खतरा है जो पहले से बीमार हैं।’’ उन्होंने कहा कि इसका एक अन्य कारण मरीजों का चिकित्सकीय उपचार के लिए देरी से पहुंचना है। देश में कोरोना वायरस मरीजों की मृत्युदर 2.8 प्रतिशत है।
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