अंग्रेजों के आने से पहले समाज सेवा के लिए अनुमति की जरूरत नहीं थी: आरएसएस नेता

Bhaiya Ji Joshi
प्रतिरूप फोटो

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस)के वरिष्ठ नेता सुरेश उर्फ भैयाजी जोशी बृहस्पतिवार कोआरएसएस से संबद्ध लोक समस्या संशोधन और लोक कल्याण समिति की पहल लोक कल्याण डायग्नोस्टिक्स प्रयोगशाला के जीर्णोद्धार के संपन्न होने के मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

नागपुर| राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस)के वरिष्ठ नेता सुरेश उर्फ भैयाजी जोशी ने बृहस्पतिवार को कहा कि अंग्रेजों के आने से पहले भारत में समाज सेवा के लिए किसी को अनुमति की जरूरत नहीं थी।

वह यहां आरएसएस से संबद्ध लोक समस्या संशोधन और लोक कल्याण समिति की पहल लोक कल्याण डायग्नोस्टिक्स प्रयोगशाला के जीर्णोद्धार के संपन्न होने के मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

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उन्होंने कहा कि सेवा करना भारत के खून में है। जोशी ने कहा कि ब्रिटिश काल से पहले समाज सेवा या सामाजिक कार्य किसी संगठन द्वारा नहीं किया जाता था बल्कि लोग स्वयं सेवा करते थे।

आरएसएस नेता ने पूछा, भारत में संगठनों के माध्यम से समाज सेवा कभी नहीं की गई। इसकी शुरुआत अंग्रेजों के आने के बाद से हुई, जिसमें अगर आप कुछ भी करना चाहते हैं तो आपको सरकार से अनुमति की आवश्यकता होती है।

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डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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