'50 साल का नाता निभाकर नए घर में आया', सुनील जाखड़ बोले- कांग्रेस में चापलूसों और चुगलखोरों की चलती है
भाजपा में आने के बाद सुनील जाखड़ ने कहा कि ये कठिन फैसला लेना पड़ा। 50 साल का नाता निभाकर एक नए घर में जाना...क्योंकि राष्ट्रवाद सबसे बड़ा है। मेरी निष्ठा देश के साथ है। मैंने ठोक के कहा कि आप जो कर रहे हैं ग़लत है। सुधरने की जगह उन्होंने प्रयास किया कि सुनील को पदों से हटाया जाए।
चंडीगढ़। कांग्रेस को अलविदा कहने वाले दिग्गज नेता सुनील जाखड़ ने गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सदस्यता ग्रहण की। इसके बाद उन्होंने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला और कहा कि वहां पर चापलूसों और चुगलखोरों की चलती है। इसी के दम पर 30 सालों से राज्यसभा में बैठे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मेरी निष्ठा देश के साथ है।
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समाचार एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत में सुनील जाखड़ ने बताया कि आप नोटिस देकर सुनील को पदों से उतारकर सुनील की आवाज़ नहीं बंद कर सकते। हम कांग्रेस की विचारधारा से बंधे हुए थे, राष्ट्रवाद की विचारधारा आज भी मेरे अंदर है। वो(कांग्रेस) भटक गए तो भेड़ तो हैं नहीं कि पीछे चले जाएंगे। उन्होंने कहा कि ये कठिन फैसला लेना पड़ा। 50 साल का नाता निभाकर एक नए घर में जाना...क्योंकि राष्ट्रवाद सबसे बड़ा है। मेरी निष्ठा देश के साथ है। मैंने ठोक के कहा कि आप जो कर रहे हैं ग़लत है। सुधरने की जगह उन्होंने प्रयास किया कि सुनील को पदों से हटाया जाए।
इसके साथ ही सुनील जाखड़ ने कहा कि आज वहां (कांग्रेस) पर जिन लोगों की चलती है वो चापलूस लोग हैं, चुगलखोर लोग हैं...इसी महारथ के चलते 30 साल से राज्यसभा में बैठे हैं। पंजाब में पैर दिए बिना पंजाब की राजनीति यहां से चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाबियत उनको पता नहीं, वहां वे आग फैलाने की बात करते हैं। कांग्रेस पार्टी उनकी बात को नज़रअंदाज करने की बजाए उनकी बात पर कांग्रेस पार्टी मुहर लगाती है। ये बहुत बड़ी कमी आ गई है।
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इससे पहले सुनील जाखड़ ने कहा था कि उन्होंने निजी स्वार्थ के लिए कभी भी राजनीति का इस्तेमाल नहीं किया और हमेशा उन्होंने समाज को जोड़ने का ही काम किया। उन्होंने बताया कि उनके कांग्रेस छोड़ने की नौबत किसी व्यक्तिगत झगड़े के कारण नहीं आई बल्कि झगड़ा राष्ट्रीयता, पंजाब की अखंडता और भाईचारे को लेकर था।
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